मान्यता है कि कछुए को घर में उचित स्थान पर रखने से घर में सुख-शांति बनी रहती है। कहा जाता है सनातन धर्म में कछुए को 'कूर्म' अवतार अर्थात कच्छप अवतार कहकर संबोधित किया जाता है। उनके दशावतार में से 'कूर्म' अर्थात कछुआ भगवान विष्णु का दूसरा अवतार है। पद्म पुराण के अनुसार, कच्छप के अवतार में भगवान विष्णु ने क्षीरसागर में समुद्र मंथन के समय मंदार पर्वत को अपने कवच पर थामा था। जानिए किस तरह से कछुआ रखना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
कछुए को भगवान विष्णु का ही रुप माना जाता है। भगवान बिष्णु ने कछुए का रूप धारण कर के समुद्र मंथन के समय मंद्रांचल पर्वत को अपने कवच पर थामा था। इसीलिए कछुए को घर पर रखना लाभकारी माना जाता है। हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कछुए को उत्तर दिशा में ही रखें। यहीं पर रखना शुभ होता है क्योंकि उत्तर दिशा को धन की दिशा माना जाता है। कछुए को हमेशा किसी बर्तन में पानी भर कर उसके मुंह को घर के अंदर की ओर कर के ही रखें।
अगर आप कछुए को गलत दिशा में रखते हैं तो यह शुभ होने के बजाए अशुभ फल देने वाला हो सकता है। कछुए को घर या ऑफिस में रखने से धन की प्राप्ति होती है। जिसको धन संबंधी परेशानी हो तो उसे कछुआ रखने से लाभ होगा। कहा जाता है कि जिस घर में कछुआ होता है वहां के लोगों की उम्र बहुत लंबी होती है। साथ ही परिवार के सभी लोग शारीरिक परेशानियों से दूर रहते हैं। कछुआ घर में रखने से जीवन में ऊर्जा का प्रवाह एक समान होने से स्थिरता बनी रहती है और उतार-चढ़ाव कम आते हैं।