जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी वर्षा से संभाग के इंद्रावती, संकनी- डंकनी, शबरी तथा मिंगाचल का जल स्तर बढ़ रहा है। जगदलपुर स्थित इंद्रावती नदी के पुराने पुल में खतरे के निशान से डेढ़ मिटर अधिक जल स्तर बढ़ गया। जिसके चलते नगरनार क्षेत्र के भेजरीपदर, लोहण्डीगुड़ा इलाके में तथा बीजापुर के इंद्रावती इलाके में कई गांव टापू बन गए। वहीं दो ग्रामीणों के बहने की सूचना है और कई मवेशी भी बह गए। अधिकारिक जानकारी के अनुसार बीजापुर जिले में हो रही मूसलाधार बारिश से भोपालपट्नम सहित कई इलाकों में बाढ़ के हालात निर्मित हो गए है।
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रिकॉर्ड बारिश के मामले में अब तक भोपालपट्न तहसील में सर्वाधिक वर्षा हुई है। रिकॉर्ड वर्षा 396.8 मिमी दर्ज की गई है। इधर, लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से पिछले चौबीस घंटे से भोपलपट्नम, ताड़लागुड़ा, मद्देड़ समेत आस-पास का समूचा इलाका टापू बन चुका है। आज सुबह राल्लापल्ली में दो ग्रामीणों के बाढ़ के पानी में बह जाने की खबर आई है। लगातार बारिश के चलते चिंतावागु और इंद्रावती का जलस्तर तेजी से बढ़ा है,
जिसके चलते मद्देड़ से आगे भोपालपट्नम मार्ग पर नदी का पानी चढ़ जाने से पिछले कई घंटों से नेशनल हाईवे पर आवागमन पूरी तरह ठप है। बढ़ते जलस्तर की वजह से मद्देड़ से भोपालपट्नम के मध्य कई कि मी तक नेशनल हाईवे पूरी तरह जलमग्न हो गया है। इतना ही नहीं बाढ़ के कहर से मद्देड़ इलाके में दो सौ एकड़ से ज्यादा खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए है।