नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक कर राजस्थान में गांधीसागर बांध से चम्बल नदी में अत्यधिक पानी की आवक के कारण बाढ़ की चपेट में आये कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र सहित राजस्थान के अन्य बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की स्थिति पर चर्चा की। बिरला ने बैठक के दौरान अधिकारियों को बताया कि उन्होंने स्थिति का जायजा लेने के लिए 16 और 17 सितंबर को अपने निर्वाचन क्षेत्र कोटा-बूंदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
उन्होंने बताया कि शहर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ से लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए है और खेत जलमग्न हो गये जिससे भारी नुकसान हुआ है। अधिकारियों ने बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाये जा रहे विभिन्न कदमों से बिरला को अवगत कराया। वरिष्ठ अधिकारियों ने लोकसभा अध्यक्ष को बताया कि आपदा राहत के लिए राज्य को पर्याप्त वित्तीय सहायता आवंटित की गयी है। उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है और राहत एवं पुनर्वास कार्यों के समन्वय के लिए अधिकारियों की एक टीम तैनात की गयी है। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने केन्द्र सरकार के एनडीआरएफ के अंतर्गत और राज्य सरकार के एसडीआरफ के तहत आपदा राहत के लिए अग्रिम धनराशि उपलब्ध करा रखी है।