कानपुर। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य कमलेश गौतम ने उत्तर प्रदेश पुलिस के इकबाल पर संदेह जताते हुये कहा कि बलात्कार और हत्याओं की बढ़ती वारदातें दर्शाती है कि सूबे की पुलिस महिला अपराध की घटनाओं को गंभीरता से नहीं लेती है। फतेहपुर में आग से झुलसी बलात्कार पीड़तिा के स्वास्थ्य की जानकारी लेने कानपुर के हैलट अस्पताल आयी श्रीमती गौतम ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि पुलिस महिला अपराध की घटनाओं को गंभीरता के साथ नहीं लेती, इसी वजह से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। अपराधियों में खाकी का खौफ अब पहले जैसा नहीं रहा है। उन्होने कहा कि कुछ लोग घटना को तोड़मरोड़ कर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि पीड़तिा की मां ने बताया है कि बेटी को डरा धमकाकर लंबे समय से रिश्ते का चाचा दुष्कर्म कर रहा था। उसने धमकी दी थी कि अगर रोका तो वह युवती को मार डालेगा और वही हुआ।
पंचायत में खिलाफ फैसला आने पर उसने युवती को मिट्टी का तेल डालकर जला दिया। सदस्य ने कहा कि पीड़िता की मां डरी हुई है, उसे आशंका है कि आरोपित कहीं उसके परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी ऐसा न करें। पीड़ित परिवार को तत्काल पुलिस सुरक्षा की जरूरत है। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ने पीड़िता का इलाज कर रहे डॉक्टर अनुराग से भी बातचीत की।उन्होंने डॉक्टर से पीड़िता की सेहत और उपचार की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। गौरतलब है कि फतेहपुर के हुसेनगंज में रिश्ते के चाचा ने 18 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म किया और फिर केरोसिन डालकर आग लगा दी। पीड़तिा को 90 फीसदी जली हालत में कानपुर के हैलेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुयी है।