चैत्र नवरात्रि 18 मार्च से प्रारंभ होकर 26 मार्च तक चलेंगे। लगातार पिछले 4 सालों से चैत्र नवरात्रि आठ दिनों की पड़ रही है। इस साल भी चैत्र नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि एक दिन है। सन् 2015 से हर साल चैत्र नवरात्रि 8 दिनों की ही रही है। इसे लेकर पंड़ितों का कहना है कि इसका कारण तिथि में घट-बढ़ को बताया है।
गौरतलब है कि 2015 में 21 मार्च से 28 मार्च, 2016 में 8 मार्च से 15 मार्च, 2017 में 29 मार्च से 5 अप्रैल तक थी। हालांकि, 2014 में नवरात्रि 31 मार्च से 8 अप्रैल तक थी यानी पूरे 9 दिनों की। ज्योतिष के मुताबिक, जब दो तिथियां एक साथ आती है तब ऐसी स्थिति बनती है। साल 2018 में चैत्र नवरात्रि 18 मार्च से शुरु होकर 25 मार्च तक होगी।
चैत्र नवरात्रि के पहले ही दिन बन रहा है सर्वार्थ सिद्धि योग
इस साल चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ और समापन दोनों ही रविवार को होगा। शुभारंभ सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा। अगर आप सोच रहे हैं कि कब तक रहेगा सर्वार्थ सिद्धि योग? तो इस सवाल का जवाब है कि सूर्योदय से रात 8.18 मिनट रहेगा। इन दिनों मां शक्ति की आराधना की जाती है। केवल इतना ही नहीं, अगर भक्त इन दिनों विधि-विधान से मां की पूजा करते हैं तो मां प्रसन्न होकर अपने भक्तों को सभी मनोकामनाओं को पूरा करती हैं।
नववर्ष का नाम विरोधकृत, सूर्य राजा व शनि मंत्री
विक्रम नव संवत्सर 2075 का शुभारंभ 18 मार्च से होगा। इस वर्ष नववर्ष का नाम विरोधकृत रहेगा। जबकि सूर्य राजा व शनि मंत्री रहेंगे। चैत्र नवरात्रि लगातार चौथे साल भी 8 दिन की ही रहेगी। अष्टमी और नवमी तिथि 25 मार्च को एक ही दिन होने से यह स्थिति बनी है। वहीं वर्ष 2015 से अब तक लगातार चैत्र नवरात्रि आठ दिन की ही रही है। पंडितों ने इसका कारण तिथियों में घट-बढ़ होना माना है। बीते 3 सालों की तरह इस साल भी 18 मार्च से चैत्र नवरात्रि का पर्व 8 दिनों का प्रारंभ होगा।