28 Mar 2024, 17:47:48 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » World

फीमेल वायाग्रा के इस्‍तेमाल पर मचा हंगामा

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 21 2019 1:20AM | Updated Date: Jul 21 2019 5:14AM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

अमरीका में सार्वजनिक स्वास्थ्य और खाद्य मामलों पर नज़र रखने वाली संस्था फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने बीते 21 जून को एक नई दवा के इस्तेमाल को मंज़ूरी दी है। इस दवा के बारे में दावा किया जा रहा है कि इससे महिलाएं अपनी यौन इच्छाओं को बढ़ा सकती हैं। यह दवा दरअसल उन महिलाओं को ध्यान में रखकर विकसित की गई है जिनके मेनोपॉज चक्र के प्रभावित होने का कोई लक्षण नहीं होता लेकिन वे हाइपो-एक्टिव सेक्शुअल डिज़ायर डिसऑर्डर (एचएसडीडी, यानी महिलाओं की सेक्स में दिलचस्पी में कमी) से पीड़ित हैं। डॉक्टरी भाषा में एचएसडीडी की स्थिति तब आती है, जब सेक्स में दिलचस्पी नियमित और लगातार कम हो जाती है।
 
अनुमान के मुताबिक़ अमरीका में मां बनने की क्षमता रखने वाली महिलाओं में 6 से 10 प्रतिशत महिलाएं इसकी चपेट में हैं। इस दवा का नाम है- ब्रेमेलानोटाइड। लेकिन व्यावसायिक तौर पर यह वायलेसी के नाम पर उपलब्ध होगा। इस दवा के इस्तेमाल की मंज़ूरी दरअसल दूसरा मौक़ा है, जब फ़र्मास्यूटिकल इंडस्ट्री 'फ़ीमेल वायग्रा' की बिक्री को लेकर उत्साहित है। लेकिन एफ़डीए की मंज़ूरी के बाद विवाद भी पैदा हो गया है। क्या वायलेसी कारगर है? या फिर ब्रेमेलानोटाइड के इस्तेमाल से स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा? ये सवाल पूछे जा रहे हैं। वायलेसी को पॉलाटिन टेक्नालॉजी ने विकसित किया है और इसकी बिक्री का लाइसेंस एमैग फर्मास्यूटिकल्स के पास है। इसे ख़ुद से इस्तेमाल करने लायक इंजेक्शन के तौर पर विकसित किया गया है। इस इंजेक्शन के बारे में दावा किया जा रहा है कि यह घबराहट को कम करेगा और दो न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर पर नियंत्रण रखकर यौन इच्छा को बेहतर बनाएगा।
 
ये दो न्यूरोट्रांसमीटर हैं- डोपामाइन की उपस्थिति को बढ़ाना और सेरोटोनिन के स्राव को रोकना। इस नई दवा को बाज़ार में पहले से मौजूद अडयाई से मुक़ाबला करना होगा। स्प्राउट फर्मास्यूटिकल्स की यह दवा गोली के तौर पर मिलती है और इसके इस्तेमाल को एफ़डीए ने 2015 में मंज़ूरी दी थी। उस वक़्त भी इस दवा को मंज़ूरी दिए जाने पर विवाद उठा था क्योंकि कई विशेषज्ञों का कहना था अडयाई मामूली असर वाली दवा और असुरक्षित भी है। वायलेसी के निर्माताओं ने कहा है कि इस दवा को लेने के दौरान मरीजों को अल्कोहल छोड़ने की ज़रूरत नहीं होगी, अडयाई ले रहे लोगों को पहले अल्कोहल छोड़ने की सलाह दी जाती है। इतना ही नहीं वायलेसी बनाने वाले यह भरोसा भी दिला रहे हैं कि इसके कम साइड इफेक्ट होंगे और तेज़ी से असर होगा, हालांकि इसके लिए रोज़ाना इंजेक्शन लेना ज़रूरी नहीं होगा।
 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »