श्रीनगर। उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमाडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट रणबीर सिंह ने पूर्वी लद्दाख में वास्तिवक नियंत्रण रेखा पर संचालन संबंधी तैयारियों की समीक्षा की है। पूर्वी लद्दाख में लेफ्टिनेंट जनरल सिंह का यह दौरा इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि भारत और चीन की सेनाओं के बीच कुछ दिन पहले गतिरोध बढ़ा है। दोनों पड़ोसी देशों की सेना के बीच हालांकि बातचीत के बाद तनाव कम हो गया। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने यूनीवार्ता को बताया कि ले. जनरल सिंह के साथ फायर एंड फ्यूरी कोर के ले. जनरल वाई. के. जोशी ने सोमवार को पूर्वी लद्दाख के अग्रिम चौकियों का दौरा किया। सेना के कमांडर को क्षेत्र में संचालन स्थिति और तत्परता को बनाये रखने के लिए जानकारी दी।
उन्होंने बताया ले. जनरल सिंह ने अग्रिम चौकियों पर तैनात सेना के जवानों से बातचीत की और उनके दृढ़ संकल्प और इलाके में प्रतिकूल परिस्थितियों में कर्तव्य परायणता के लिए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने उनसे भारतीय सेना की दक्षता के उच्चतम मानकों को जारी रखने का आग्रह किया। जनरल ऑफिसर कमाडिंग इन चीफ ने पूर्वी लद्दाख में 15वें वित्त आयोग के सदस्यों के साथ भी बातचीत की। कर्नल कालिया ने कहा, ‘‘15वें वित्त आयोग की टीम अध्यक्ष एन.के. सिंह ने उत्तरी कमान में क्षेत्र निर्माण की यात्रा पर है ताकि भारतीय सेना को दुर्गम इलाकों और ऊंचाई वाली चोटियों में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में आने वाली चुनौतियों के बारे में उन्हें इसका ज्ञान है।’’ ले. जनरल सिंह ने टीम के सदस्यों को लद्दाख क्षेत्र में जवानों की चुनौतियों से अवगत कराया। इसके बाद दिन में ले. जनरल सिंह ने प्रोफेसर पी स्टाबडन, किर्गिस्तान के पूर्व राजदूत और लद्दाख विश्वविद्यालय के पहले कुलपति सी. फोंसोग सहित सिविल सोसाइटी के प्रसिद्ध सदस्यों के साथ मुलाकात की।