भुवनेश्वर। सत्रहवीं लोकसभा के चुनाव में ओडिशा की 21 सीटों में से 33 प्रतिशत यानी सात महिलाएं संसद पहुंची है। ओडिशा से नवनिर्वाचित महिला सांसदों में पांच बीजू जनता दल और दो भारतीय जनता पार्टी की हैं। बीजद की ओर से चुनाव लड़ने वाली महिलाओं में छह पहली बार चुनाव मैदान में उतरी थीं, जबकि एक मौजूदा विधायक ने लोकसभा चुनाव में भाग्य आजमाया। भाजपा ने तीन महिलाओं को उम्मीदवार बनाया जिनमें दो का यह पहला मौका था और तीसरी उम्मीदवार तीन बार की सांसद निर्वाचित रहीं हैं।कांग्रेस की ओर से जगतपुर सिंह सीट से महिला उम्मीदवार का चुनावी राजनीति में उतरने का यह पहला मौका था। सबसे दिलचस्प चुनाव असका लोकसभा सीट पर रहा, जहां दोनों प्रमुख प्रतिद्वंद्वी महिलाएं थी।
असका सीट पर बीजद की ओर से महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य प्रमिला विजय ने भाजपा उम्मीदवार पूर्व मंत्री रामकृष्ण पटनायक की पुत्री अनिता शुभादर्शिनी को 2,04,707 मतों से हराया। छह लोकसभा सीटों पर महिला उम्मीदवारों ने अपने मुकाबले में खड़े पुरुष उम्मीदवारों को पराजित किया। कांग्रेस छोड़कर बीजद में शामिल हुई पूर्व मुख्यमंत्री हेमानंद विश्वाल की पुत्री सुनीता विश्वाल को सुंदरगढ़ सीट से भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री जुएल ओरांव के हाथों 2,23,065 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। भाजपा ने इस सीट पर कब्जा बरकरार रखा।