जकार्ता। 18वें एशियाई खेलों में 11वां दिन भारत के लिए खुशियोंभरा रहा। ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में भारत ने एक के बाद एक लगातार 2 गोल्ड मेडल जीते। पहला गोल्ड अरपिंदर सिंह ने ट्रिपल जंप में जीता। इसके बाद महिला हैप्टेथलॉन में स्वप्ना बर्मन ने कमाल का प्रदर्शन करते देश को 11वां गोल्ड मेडल दिलाया। भारत की फर्राटा धाविका दुतीचंद ने महिलाओं की 200 मीटर की दौड़ में सिल्वर मेडल जीता है।
अरपिंदर का कमाल
पंजाब के अमृतसर के रहने वाले अरपिंदर की तीसरी कूद (16.77 मीटर) उन्हें गोल्ड मेडल जितवाने के लिए काफी रही। उज्बेकिस्तान के रसलान कुरबानोव (16.62 मीटर) ने सिल्वर और चीन के शुओ काओ (16.56 मीटर) ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया। ट्रिपल जंप में भारत के ही दूसरे खिलाड़ी राकेश बाबू छठे स्थान पर रहे। भारत ने एशियन गेम्स के तिहरी कूद में 48 साल बाद कोई स्वर्ण पदक जीता है। इससे पहले महिंदर सिंह ने 1970 के एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था।
स्वप्ना ने रचा इतिहास
स्वप्ना बर्मन ने एथलेटिक्स में देश को पांचवां गोल्ड मेडल दिलवाया है। इन एशियाई खेलों में यह भारत का 11वां गोल्ड और कुल 54 मेडल है। भारत की ही पूर्णिमा हेम्बराम चौथे स्थान पर रहीं। दो दिन लंबे इस इवेंट में 21 वर्षीय पूर्णिमा ने चोटी पर अपनी पकड़ बनाए रखी। वह लगातार चोटी पर बनी हुई थी। हैप्टेथलॉन के आखिरी इवेंट, 800 मीटर, दौड़ में उन्होंने 2:21.13 मिनट का समय लिया और 803 अंक अर्जित किया। यह उन्हें गोल्ड जितवाने के लिए काफी था।
दुतीचंद को दूसरा रजत
भारत की फर्राटा धाविका दुतीचंद ने महिलाओं की 200 मीटर की दौड़ में सिल्वर मेडल जीता है। यह एशियन गेम्स-2018 में दुती का दूसरा सिल्वर मेडल है। दुती ने 23.20 सेकंड में 200 मीटर की दौड़ पूरी की। पहले स्थान पर बहरीन की इडिडियॉन्ग ओडियॉन्ग ने 22.96 सेकंड के साथ गोल्ड मेडल पर कब्जा किया। चीन की योंग ली वी ने 23.27 सेकंड के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता।
मणिका और शरथ ने जीता ब्रॉन्ज
महिला खिलाड़ी मणिका बत्रा और उनके पुरुष जोड़ीदार अचंता शरथ कमल की जोड़ी ने बुधवार को टेबल टेनिस की मिश्रित युगल वर्ग स्पर्धा में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया।
20 साल बाद भारत महिला हॉकी के फाइनल में
भारतीय महिला हॉकी टीम ने बुधवार को एशियन गेम्स के मुकाबले में तीन बार की चैंपियन चीन को 1-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया। भारतीय टीम 1998 के बैंकॉक एशियन गेम्स के बाद पहली बार फाइनल में पहुंची है। भारत की ओर से गुरजीत कौर ने मैच के 52वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर से गोल किया। भारत ने सिर्फ एक बार 1982 में महिला हॉकी में गोल्ड मेडल जीता है। फाइनल में भारत का मुकाबला शुक्रवार को जापान से होगा।