नई दिल्ली। अगर आपका खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है तो आपके लिए बुरी खबर है। मिनिमम बैलेंस न रखने पर भी आप पेनाल्टी का शिकार हो सकते हैं। यह नियम पहले की तरह बैंक की अलग-अलग ब्रांचों के लिए अलग-अलग तय होगा। वैसे मिनिमम बैलेंस के मामले में किसके खाते में कितनी पेनाल्टी लगेगी, यह तो औसत मिनिमम बैलेंस पर भी निर्भर करेगा।
इसके लिए बैंक ने ब्रांचों को 4 हिस्सों में बांटा है। मेट्रो, रूरल, अर्बन और सेमी अर्बन हिस्सों में बांटी गईं इन ब्रांचों में से मेट्रो और अर्बन ब्रांचों के कस्टमर्स पर मिनिमम बैलेंस 3 हजार रखने की शर्त कायम रह सकती है। मेट्रो या अर्बन ब्रांचों में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने पर 30 से 50 रुपए के बीच पेनाल्टी है।
इसके अलावा जीएसटी है। हालांकि पहले ऐसी आई खबरें आई थी कि मिनिमम बैलेंस न रखने पर पेनाल्टी नहीं देनी पड़ेगी। यह भी कहा गया था कि बैंक मासिक औसत बैलेंस की जरूरत को तिमाही औसत बैलेंस में बदलने की तैयारी में भी है। पहले मिनिमम बैलेंस को भी 5 हजार किया गया था लेकिन बाद में इसे कम कर दिया गया। हालांकि प्राइवेट बैंकों में तो आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, कोटक और एक्सिस बैंक के मेट्रो अकाउंट्स में मिनिमम बैलेंस सीमा 10 हजार रुपए है।