रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पेटीएम पेमेंट बैंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। पेटीएम पेमेंट बैंक पर कई पाबंदी लगाई गई, जिसके बाद कंपनी को बड़ा नुकसान हुआ। पेटीएम ने यूजर्स के साथ-साथ शेयर में भारी नुकसान झेला। कंपनी को तगड़ा घाटा हुआ। अब कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने जो संकेत दिए हैं, उसने कंपनी के कर्मचारियों की नींद उड़ा दी है।
फिनटेक कंपनी पेटीएम में अभी और नौकरियां जाएगी। आने वाले दिनों में पेटीएम में और छंटनी के संकेत मिल रहे हैं। कंपनी के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने 22 मई को शेयरधारकों को चिट्ठी लिखकर ऐसे संकेत दिए। उन्होंने कहा कि अब पेटीएम अपने मुख्य कारोबार पर फोकस करेगी। कंपनी छोटा संगठन बनने के लिए कॉस एफिशिएंसीज में सुधार करेगी। पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के नतीजे भी अच्छे नहीं रहे।
मार्च 2024 की तिमाही में पेटीएम का घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया। जबकि पिछले साल समान अवधि में यह 167।5 करोड़ रुपये था। कंपनी की रेवेन्यू सालाना आधार पर 3 फीसदी गिरकर 2267 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आरबीआई के एक्शन के बाद शुरू हुई मुश्किल खत्म होने का नाम नहीं दे रही है। शेयरों में भारी गिरावट होने के बाद कंपनी का मार्केट कैप गिरता चला जा रहा है। अब कंपनी घाटे को कम करने के लिए कर्मचारियों की संख्या में कटौती करेगी।
आरबीआई के एक्शन के के बाद से पेटीएम ने नए यूजर्स के साथ-साथ अपने पुराने यूजर्स भी गंवाए है। आरबीआई की ओर से कंपनी की वित्तीय अनियमितताओं को लेकर सवाल उठाए गए। पेटीएम पर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई। पेटीएम फास्टैग जैसी सर्विसेस को बंद कर दिया गया। इन सबका असर कंपनी के ग्राहकों पर दिखा। कंपनी से जहां कम नए ग्राहक जुड़े तो वहीं पुराने ग्राहकों ने भी साथ छोड़ना शुरू कर दिया। आरबीआई ने 15 मार्च से व्यापारियों सहित ग्राहकों के हित को ध्यान में रखते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और फास्टैग में जमा, क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप बैलैंस करने से रोक दिया।