नई दिल्ली। यदि आप मैकडोनाल्ड के बर्गर या अन्य फास्ट फूड खाने के शौकीन है तो ये आपको झटका दे सकती है। अमेरिकी कंपनी मैकडोनाल्ड ने उत्तर और पूर्वी भारते के 165 रेस्टोरेंट को कुछ दिन के लिए बंद करने का फैसला लिया है। दरअसल मैकडोनाल्ड इंडिया के पूर्व और उत्तर भारत के एमडी विक्रम बख्शी का कंपनी के साथ सफर समाप्त हो गया है। बता दें कि बख्शी दो दशक से मैकडोनाल्ड के साथ जुड़े हैं, लेकिन अब उनका ये 20 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है।
विक्रम बख्शी के स्वामित्व वाली कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट में काफी लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसके मद्देनजर मैकडोनाल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (MIPL) ने अदालत के बाहर समझौता किया। समझौते के अनुसार अब एमआईपीएल ने हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है। इससे पहले जॉइंट वेंचर वाली कंपनी कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट्स लिमिटेड (CPRL) इन सभी आउटलेट्स का संचालन कर रही थी।
इस संदर्भ में कंपनी ने बताया कि उत्तर और पूर्वी भारत में मैकडोनाल्ड के जो 165 रेस्टोरेंट बंद हुए हैं, उन्हें कुछ ही समय में पुन: खोला जाएगा। दरअसल इन रेस्टोरेंट को 'ऑपरेशनल प्रोटोकॉल के असेसमेंट और एंप्लॉयी की ट्रेनिंग' के लिए बंद किया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि इन रेस्टोरेंट को एक या दो हफ्ते में दोबारा खोला जाएगा।
बता दें कि मैकडोनाल्ड और विक्रम बख्शी के स्वामित्व वाली कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट में काफी लंबे समय से विवाद चल रहा है। 2013 में मैकडोनाल्ड ने विक्रम बख्शी को सीपीआरएल के एमडी पद से हटा दिया था, जिसके खिलाफ बख्शी ने कंपनी लॉ बोर्ड में याचिका दायर की थी। इसके बाद बख्शी मामले को दिल्ली हाईकोर्ट में लेकर के चले गए थे। कोर्ट ने दोनों पक्षों को बातचीत के जरिए समझौता करने के लिए कहा था। कंपनी को वित्त वर्ष 2017-18 में 65 लाख रुपये का लाभ हुआ था। इससे पहले के वित्त वर्ष में सीपीआरएल को 305 करोड़ रुपये का घाटा सहना पड़ा था।