नई दिल्ली। सरकारी टेलिकॉम कंपनी बीएसएनएल के फिलहाल बुरे दिन चल रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार कंपनी के पास इस समय पैसों की कमी है, जिसके चलते वह अपने कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रही। जी हां, बताया जा रहा है कि 1.76 कर्मचारी ऐसे हैं, जिनकी सैलरी अटकी हुई है। कर्मचारी संघ ने दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि सरकार कंपनी को वेतन देने के साथ-साथ फर्म को पुनर्जीवित करने के लिए फंड जारी करे। कंपनी के कर्मचारी धरना प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
बीएसएनएल के एक अधिकारी का कहना है कि कंपनी ने केरल, जम्मू और कश्मीर, ओडिशा और कॉरपोरेट कार्यालय में कर्मचारियों को फरवरी का वेतन देना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा “जब आय उत्पन्न होगी तो कर्मचारियों को वेतन का भुगतान किया जाएगा। क्योंकि सरकार ने कोई वित्तीय सहायता नहीं दी है, इसलिए वेतन में देरी हो रही है।” वहीं दूसरी ओर सिन्हा ने बीएसएनएल (एयूएबी) के सभी यूनियनों और एसोसिएशनों के एक पत्र में कहा, “अन्य ऑपरेटरों द्वारा भी वित्तीय संकट का सामना किया जा रहा है, लेकिन वे भारी मात्रा में निवेश करके स्थिति का प्रबंधन कर रहे हैं।”