अजरबैजान के नागोर्नो-काराबाख में एक फ्यूल डिपो (ईंधन गोदाम) में धमाके की वजह से 20 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही सैंकड़ो लोगों के घायल होने की खबर भी सामने आई है। बीबीसी के मुताबिक स्थानीय अधिकारियों ने जानकारी दी है कि लगभग 300 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने बताया कि लगभग 13 अज्ञात शव घटना स्थल पर पाए गए हैं जबकि 7 लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हालांकि अब तक ये जानकारी नहीं है कि धमाके की वजह क्या थी। अर्मेनिया के मानवाधिकार लोकपाल गेघम स्टेपैनियन ने सोशल मीडिया के जरिए कहा, फ्यूल डिपो यानी ईधन गोदाम में विस्फोट की वजह से 200 से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना है।
अजरबैजान ने नागोर्नो-काराबाख के इलाके में पिछले हफ्ते ही कब्जा किया था, जिसके बाद हजारों लोगों को बेघर होना पड़ा है। अर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिन्यान ने अजरबैजान पर आरोप लगाते हुए कहा कि नागोर्नो-काराबाख इलाके में जाति के आधार पर लोगों को टारगेट किया जा रहा है। कई लोग आने वाले समय को लेकर भारी चिंता में हैं
नागोर्नो-काराबाख इलाके को अजरबैजान का इलाका माना जाता है, लेकिन बीते तीन दशकों से अर्मेनिया की जातीय समूह ने इस पर कब्जा कर रखा था। पिछले हफ्ते इस इलाके पर अजरबैजान की सेना ने हमला किया और इलाके को कब्जे में ले लिया। इस हमले में 200 से ज्यादा अर्मेनियाई सैनिक मारे गए जबकि दर्जनों अजरबैजानी सैनिक भी हमले में मारे गए।