नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को भारतीय रेलवे के लिए अलग कमांडो यूनिट ‘कमांडो फॉर रेलवे सिक्योरिटी समर्पित करते हुए कहा कि रेलवे सुरक्षा बल पैराट्रूपर्स के प्रशिक्षण और उनके कौशल में निखार के लिए हरियाणा में एक केन्द्र की स्थापना की जाएगी। गोयल ने यहां एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा,‘‘ कोरस से भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए और सुरक्षित होगी।’’ उन्होंने वर्ष 2008 के मुंबई विस्फोट का हवाला देते हुए कहा कि रेलवे के लिए समर्पित कमांडो नहीं रहने के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन पर आतंकवादी हमले के दौरान आरपीएफ और मुंबई पुलिस ने आतंकवादियों का मुकाबला साधारण राइफलों से किया था।
अब कोरस के बाद भारतीय रेलवे किसी भी मुकाबले के लिए सदैव तत्पर रहेगी। उन्होंने कहा कि यात्रियों की परेशानियों पर ध्यान नहीं देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। रेल मंत्री ने कहा,‘‘ सीसीटीवी कैमरे, वाईफाई नेटवर्क और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के माध्यम से हमारा उद्देश्य भारतीय रेलवे को विश्व में सबसे अधिक सुरक्षित और पब्लिक फ्रेंडली रेलवे नेटवर्क बनाना है।’’ प्रशिक्षित कमांडो को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों,जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के राज्यों में त्रिपुरा और मणिपुर के कुछ संवेदनशील और संकटग्रस्त इलाकों में तैनात किया जायेगा।