नई दिल्ली। कनाडा से चल रहे तनाव के बीच पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ। आरिफ अल्वी ने भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा है कि भारत मुसलमानों के नरसंहार और अल्पसंख्यकों के दमन और उत्पीड़न में शामिल रहा है। यह बातें उन्होंने ब्रिटेन के सांसदों से बात करते हुए कही है। इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा था कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ था। जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया था। वहीं, अब पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने भी भारत के खिलाफ आरोप लगाते हुए जहर उगला है।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जहर उगला है। पाकिस्तान आए दिन भारत के खिलाफ प्रोपेगैंडा फैलाता रहता है। इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अगस्त में पीएम मोदी के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा था कि 'गुजरात का कसाई कश्मीर का कसाई बनने जा रहा है।'
पाकिस्तान की न्यूज वेबसाइट द डॉन के मुताबिक, पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ आरिफ अल्वी ने गुरुवार को ब्रिटेन के सांसदों से बात करते हुए कहा, "भारत मुसलमानों के नरसंहार, अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न, मणिपुर में चर्चों को जलाने, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अल्पसंख्यक समुदायों के नेताओं की हत्याओं में शामिल रहा है।"
राष्ट्रपति अल्वी के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ब्रिटेन के संसद सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राष्ट्रपति अल्वी से मुलाकात की। इस बैठक में ब्रिटेन में रह रहे पाकिस्तानी और कश्मीर प्रवासियों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटिश संसद के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्रिटिश मंत्री एंड्रयू ग्वेने ने किया। बैठक के दौरान पाकिस्तान के राष्ट्रपति अल्वी ने ब्रिटिश संसद के प्रतिनिधिमंडल से कहा, "भारत सरकार हिंदुत्व के विचारधारा से प्रभावित है, जिससे भारत का विचार बदल रहा है। इस सरकार का उद्देश्य अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों को हाशिए पर धकेलना है।" इसके अलावा डॉ आरिफ अल्वी ने भारत के कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाया। साथ ही भारत में हो रहे कथित मानवाधिकारों के हनन को रोकने के लिए भारत पर दबाव बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदायों पर दबाव डालने पर जोर दिया।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, ब्रिटिश मंत्री एंड्रयू ग्वेने ने कश्मीर में हो रहे कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि कश्मीर में भारत द्वारा किया जा रहा अत्याचार अस्वीकार्य है। इसके अलावा ग्वेने ने कश्मीर में जनमत संग्रह कराने के लिए भारत पर दबाव डालने की जरूरत पर भी बात की।
पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने यह आरोप ऐसे समय में लगाया है जब एक महीने पहले ही पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की घटनाएं सामने आई थी। पिछले महीने ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के फैसलाबाद जरानवाला में कई चर्चों को निशाना बनाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, फैसलाबाद के ईसा नगरी इलाके के द सैल्वेशन आर्मी चर्च, यूनाइटेड प्रेस्बिटेरियन चर्च, एलियड फाउंडेशन चर्च और शेहरूनवाला चर्च में उपद्रवियों ने जमकर उत्पाद मचाया था।