नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में अब जजमेंट को अंग्रेजी से हिन्दी में ट्रांसलेट किया जाएगा। इसके बाद इसका क्षेत्रीय भाषाओं में भी अनुवाद करने की कोशिश होगी। 500 पन्नों जैसे बड़े जजमेंट को संक्षिप्त करके एक या दो पन्नों में करेंगे ताकि आम लोगों को समझ में आ जाए।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस एसए बोबडे ने आज सुप्रीम कोर्ट के प्रेस लाउंज में पत्रकारों से बातचीत की। इतिहास में पहली बार कॉलेजियम की सिफारिश के 48 घंटों के भीतर चार जजों की नियुक्ति को लेकर पूछे गए सवाल पर जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि इसका जवाब तो लॉ मिनिस्ट्री ही देगी। सुप्रीम कोर्ट में थिंक टैंक को लेकर किए गए सवाल पर सीजेआई ने कहा कि एक थिंक टैंक बनाने की कोशिश कर रहे हैं।