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राहुल की नागरिकता को लेकर लोकसभा अध्यक्ष को नोटिस

By Dabangdunia News Service | Publish Date: May 4 2018 9:48AM | Updated Date: May 4 2018 9:48AM
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अमेठी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अमेठी से सांसद राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर फतेहगढ़ छावनी में तैनात एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने चीफ आॅफ आर्मी स्टाफ और लोकसभा अध्यक्ष को नोटिस जारी किया है। इसमें उन्होंने राहुल की नागरिकता के बिंदु पर पूर्व में दिए गए नोटिस का भी हवाला दिया है। उन्होंने 16 मई तक जवाब न मिलने पर राहुल के खिलाफ सक्षम न्यायालय में वाद दायर करते समय लोकसभा अध्यक्ष व चीफ आॅफ आर्मी स्टाफ को भी पार्टी बनाने की चेतावनी दी है।
 
फतेहगढ़ छावनी स्थित सिखलाइट इन्फैंट्री रेजीमेंटल सेंटर में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल मुकुल चौहान की ओर से लोकसभा अध्यक्ष व चीफ आॅफ आर्मी स्टाफ को भेजे गए इस पत्र में अमेठी के सांसद राहुल गांधी को उनकी नागरिकता के बिंदु पर भेजे गए नोटिस को हवाले के साथ संलग्न किया गया। राहुल गांधी के नाम भेजे गए नोटिस में कहा गया था कि लोकसभा की वेबसाइट पर उपलब्ध सूचना के अनुसार उनकी जन्मतिथि 19 जून 1970 है। जन्म के समय उनकी माता सोनिया गांधी इटली की नागरिक थीं। इटली के नागरिकता कानून के अनुसार जन्म लेते ही राहुल गांधी स्वत: इटली के नागरिक हो गए।
 
नोटिस में राहुल से पूछा गया कि जन्म के बाद स्वयं या उनके अभिभावकों ने क्या कभी उनकी (राहुल) इटली की नागरिकता का परित्याग किया या नहीं। यदि परित्याग किया गया तो उसकी प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराएं। राहुल की ओर से कोई जवाब न मिलने पर लेफ्टिनेंट कर्नल ने अब लोकसभा अध्यक्ष व चीफ आॅफ आर्मी स्टाफ को नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि यदि राहुल निर्धारित अवधि में जवाब न दें तो उनकी लोकसभा सदस्यता समाप्त कर दी जाए।
 
ऐसा न किया गया तो वह सक्षम न्यायालय में राहुल के साथ ही उनके खिलाफ भी वाद दायर करने को स्वतंत्र होंगे। वहीं चीफ आॅफ आर्मी स्टाफ को भेजे नोटिस में कहा गया है कि इटली की सरकार या इटली के दूतावास से सीधे या भारत सरकार के माध्यम से इटली के नागरिकता कानून के प्रमाणित अंग्रेजी अनुवाद की प्रति उन्हें 16 मई तक उपलब्ध कराएं।
 
चूंकि एक सैन्य अधिकारी होने के नाते वह स्वयं इटली की सरकार या उनके दूतावास से सीधे संपर्क नहीं कर सकते, इसलिए इस मामले में उनका सहयोग अपेक्षित है। अन्यथा वह कानून के रास्ते में बाधक मानते हुए राहुल गांधी के खिलाफ सक्षम न्यायालय में दायर किए जाने वाले मुकदमे में मजबूरन उन्हें भी पार्टी बनाना पड़ेगा।
 
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