चेन्नई। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में बुधवार को डिफेंस एक्सपो की शुरुआत हो गई है। इस प्रदर्शनी में घरेलू रक्षा कंपनियों के अलावा दुनियाभर से आई रक्षा क्षेत्र की बड़ी-बड़ी कंपनियां आधुनिक हथियारों और रक्षा उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हैं। इस दौरान रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारतीय सेना विदेशों से हथियार और उपकरण खरीदने के लिए स्वतंत्र है। उन्होंने कहा कि भले ही सरकार देश को रक्षा क्षेत्र में विनिर्माण हब बनाने की दिशा में काम कर रही है, लेकिन तीनों सेनाओं पर घरेलू हथियार और उत्पाद खरीदने का दबाव नहीं होगा और वे अपनी जरूरत के हिसाब से अत्याधुनिक उत्पादों की खरीद कर सकेंगी।
सीतारमण ने बुधवार को आयोजित हुई चार दिन की रक्षा प्रदर्शनी डिफेंस एक्सपो-2018 के पहले दिन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार रक्षा क्षेत्र में घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है और इसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी भी बढ़ाई जा रही है, जिसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। चेन्नई से लगभग 50 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी से सटे ऐतिहासिक चोलामंडलम तथा महाबलीपुरम के निकट इस प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
स्वदेशी हथियार खरीदने का सेना पर नहीं कोई दबाव
रक्षामंत्री ने कहा वह चाहती हैं कि सेना देश में बने उत्पाद खरीदे, लेकिन इसके लिए उन पर कोई दबाव नहीं है। अपनी संचालन तैयारियों को मजबूत बनाने के लिए सेना, नौसेना तथा वायुसेना अपनी जरूरत के हिसाब से विदेशों से अत्याधुनिक हथियार खरीदने के लिए स्वतंत्र है। उन्हें कब और कौन-सी चीज चाहिए इसका निर्णय सेनाओं को करना है।