उन्नाव। दुष्कर्म पीड़िता किशोरी के मामले की जांच के लिए माखी गांव पहुंची एसआईटी को विधायक कुलदीप सेंगर के समर्थकों ने घेर लिया। गांव में भारी भीड़ जुटाई गई, जो हाथ में तख्तियां आदि लिए थी। इस दौरान विधायक के समर्थन और मीडिया कवरेज के विरोध में नारेबाजी की गई। इस बीच आरोपी विधायक लखनऊ स्थित एसएसपी आॅफिस पहुंचे तो वहां उनके सरेंडर करने के कयास लगाए गए। हालांकि सेंगर ने सरेंडर करने की बात से स्पष्ट इनकार किया।
एसआईटी माखी थाने में पीड़ित परिवार के साथ मौजूद थी। इस बीच भीड़ थाने पर पहुंचने के लिए जोर अजमाइश करती नजर आई। दुष्कर्म पीड़िता किशोरी का मुकदमा दर्ज न होने और उसके पिता की पिटाई से मौत के मामले में एसआईटी के गांव पहुंचने के बाद अचानक विधायक के समर्थन में भीड़ माखी गांव पहुंच गई और मीडिया व एसआईटी का विरोध शुरू कर दिया। चर्चा है कि विधायक और उनके समर्थकों ने मसल्स पॉवर गेम दिखाने के लिए यह सारा ताना-बाना बुना है।
भाजपा विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली किशोरी के पिता ने उन्नाव जेल में दम तोड़ा था। इस बीच पीड़ित किशोरी और उसका परिवार भी थाने पहुंचा, जहां पहले से एसआईटी के अधिकारी मौजूद थे। टीम द्वारा उन लोगों से बंद कमरे में पूछताछ की जा रही है। टीम को इसकी रिपोर्ट गुरुवार को ही मुख्यमंत्री को सौंपना है। इसके चलते माना जा रहा है कि टीम विधायक सहित गांव के कुछ अन्य लोगों से भी इस घटना के बाबत पूछताछ करने पहुंची थी।
हालात तनावपूर्ण
टीम के साथ पीड़ित परिवार के होने की सूचना के बाद भी भीड़ ने थाना घेरने के प्रयास किया, हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। बताया जा रहा है कि विधायक के समर्थन में माखी गांव में भारी भीड़ जुटाई गई है। अचानक गाड़ियों में भर-भरकर लोग लाए गए। पॅम्फ्लेट, पोस्टर लेकर पूरी तैयारी से भीड़ जुटाई गई है। मीडिया के खिलाफ नारेबाजी के बाद भी पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
अचानक जुटाई भीड़
एसआईटी के आते ही विधायक ने समर्थन के लिए जुटाई भीड़
मीडिया के विरोध में प्रदर्शन के लिए पोस्टर, पॅम्फ्लेट लेकर आए
पीड़ित परिवार के साथ थाने में टीम कर रही पूछताछ
परिवार को बंधक बनाने का आरोप
दुष्कर्म की शिकार किशोरी के परिवार ने पुलिस पर उन्हें नजरबंद करने का आरोप लगाया है। पीड़िता और उसके परिवार को पुलिस ने शहर के एक होटल में ठहराया है। पीड़ित परिवार मुख्यमंत्री से मिलने लखनऊ जाना चाहता है, लेकिन पुलिस ने परिवार को होटल से कहीं भी आने-जाने पर पाबंदी लगा दी, जिससे परिवार के लोग बेहद परेशान हैं।
फिलहाल परिवार के कुछ सदस्यों को पुलिस एसआईटी टीम के पास माखी गांव ले गई, जबकि बाकी सब्जी मंडी के निकट स्थित होटल में हैं। हालांकि एसपी पुष्पांजलि ने ऐसी किसी बात से इनकार करते हुए कहा परिवार को पुलिस की सुरक्षा दी गई है। वे जहां भी जाना चाहें जा सकते हैं, बस जानकारी दे दें, जिससे कि उनकी सुरक्षा का बंदोबस्त किया जा सके।