नई दिल्ली। भारत-कनाडा के बीच बीते कुछ समय से चल रहे राजनयिक तनाव के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका के विदेश मंत्री अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात गुरुवार को संभव है। बता दें कि इसी साल जून में खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा और भारत के बीच आपसी संबंध बीते कुछ समय में ठीक नहीं चल रहे हैं।
एस जयशंकर और एंटनी ब्लिंकन के बीच होने वाली बैठक को लेकर दोनों पक्षों के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। कोई भी बैठक के एजेंडे को लेकर कुछ भी साफ तौर पर नहीं कर रहा है। हालांकि,ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक के दौरान अमेरिका भारत और कनाडा जो उसके पुराने दोस्त रहे हैं, के बीच के संबंध को फिर समान्य बनाने के लिए इस मुद्दे को जरूर उठा सकता है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इस बैठक को लेकर एक बयान भी जारी किया है। उन्होंने कहा कि मैं उस बैठक (जयशंकर के साथ) में उनकी (ब्लिंकन) हुई बातचीत का पूर्वावलोकन नहीं करना चाहता, लेकिन जैसा कि हमने स्पष्ट कर दिया है कि हमने इस मुद्दे को उठाया है। हमने इस मुद्दे पर अपने भारतीय समकक्षों के साथ बातचीत की है और उन्हें कनाडाई जांच में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया है। और हम उन्हें सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना आगे भी जारी रखेंगे।
बता दें कि कुछ दिन पहले जब QUAD बैठक के दौरान जब क्सेक्रेटरी ब्लिंकेन विदेश जयशंकर से मिले तो क्या कनाडा के आरोपों का मुद्दा उठाया? यह सवाल पूछा गया तो उस दौरान अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा था कि ये द्विपक्षीय बैठक नहीं थी। कई देश इसमें शामिल थे। इस बैठक में ये मुद्दा नहीं उठा लेकिन हमने अपने भारतीय समकक्षों से कनाडा की जांच में सहयोग करने को कहा है और हम आगे भी इस बात के लिए कहते रहेंगे।
वह गुरुवार दोपहर यहां विदेश विभाग के फॉगी बॉटम मुख्यालय में जयशंकर और ब्लिंकन के बीच बैठक के बारे में सवालों का जवाब दे रहे थे। उम्मीद है कि दोनों नेता बैठक से पहले तस्वीरें खिंचवाएंगे और मीडिया से किसी भी सवाल का जवाब देने की उम्मीद नहीं है।जबकि दोनों शीर्ष राजनयिकों के बीच बैठक कनाडाई संकट शुरू होने से काफी पहले निर्धारित की गई थी, अमेरिका भारत से इस साल की शुरुआत में ब्रिटिश कोलंबिया में सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की कनाडाई जांच में सहयोग करने का आग्रह कर रहा है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया है कि 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर 45 वर्षीय निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ होने का शक जताया था। भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था।