नई दिल्ली। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक पर फिलहाल कानूनी प्रतिबंध लगाने की नहीं, बल्कि इसे एक जनांदोलन का रूप देने की सरकार की योजना है। जावड़ेकर ने यहाँ अपने आवास पर संवाददाताओं के प्रश्न के उत्तर में कहा ‘‘प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में साफ कहा है कि एकल इस्तेमाल वाले प्लास्टिक के इस्तेमाल को न कहें। यह एक तरह से जनांदोलन है। इसके स्पष्टीकरण पर्यावरण मंत्रालय बार-बार देता रहा है।’’ उन्होंने कहा कि देश की समस्या यह है कि रिसाइकिल किये जा सकने लायक प्लास्टिक भी एकत्र करना संभव नहीं हो रहा है।
प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि आगामी 02 अक्टूबर से पूरे देश की जनता इस जनांदोलन में सहभागी हो और गाँव-गाँव में प्लास्टिक का पूरा कचरा एकत्र किया जाये। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत के निर्माण और कूड़ा प्रबंधन में यह एक बहुत बड़ा मील का पत्थर साबित होगा। जावड़ेकर ने कहा कि राज्य अपने-अपने स्तर पर नियम बना सकते हैं और 26 राज्य इस संबंध में पहले ही कानून बना चुके हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान भी हाल ही में स्पष्ट कर चुके हैं कि जब तक प्लास्टिक की बोतलों का विकल्प नहीं मिल जाता, प्लास्टिक की बोतलों में पानी की बिक्री पर प्रतिबंध नहीं लगाया जायेगा।