बेंगलुरु। भारत के बहुप्रतीक्षित लूनर मिशन चंद्रयान-2 को अब 22 जुलाई को लॉन्च करने का फैसला किया गया है। पहले इसे 15 जुलाई को लॉन्च किया जाना था लेकिन तकनीकी खराबी के कारण लॉन्च टाल दिया गया। इंडियन स्पेस रीसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) ने ट्विट कर इस बारे में पुष्टि की। लॉन्च टलने के बाद 21 और 22 जुलाई के बीच दोबारा कोशिश पर विचार किया जा रहा था और अंत में 22 जुलाई की तारीख तय की गई। इसरो की ओर से आधिकारिक सूचना दी गई है कि 22 जुलाई को दोपहर 2.43 बजे चंद्रयान-2 को लॉन्च किया जाएगा।
खास वक्त में लॉन्च जरूरी- वैज्ञानिकों के मुताबिक 31 जुलाई तक लॉन्च नहीं कर पाने की स्थिति में चंद्रयान के लिए ज्यादा ईंधन की जरूरत होगी। इसके अलावा फिलहाल चंद्रयान का लक्ष्य एक साल तक चांद का चक्कर लगाने का है लेकिन सही समय पर लॉन्च नहीं होने से यह वक्त 6 महीने तक भी घट सकता है। संभावित लॉन्च को देखते हुए 18 जुलाई से लेकर 31 जुलाई तक दोपहर 2 बजे से लेकर 3:30 बजे तक के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
अब यह करेंगे वैज्ञानिक- अगले तीन दिनों में इसरो की एनालिसिस कमेटी हीलियम गैस बॉटल को ठीक करने के बाद सारे टेस्ट के परिणामों की जांच करेगी। साथ ही जीएसएलवी-एमके 3 रॉकेट के उन हिस्सों की क्लीनिंग होगी, जिसमें से ईंधन निकाला गया था। इसके बाद रॉकेट के सभी हिस्सों की एसेंबलिंग यूनिट में ले जाकर दोबारा एसेंबलिंग की जाएगी। फिर इसे लॉन्चपैड-2 पर ले जाया जाएगा। इसके बाद लॉन्च से कुछ घंटे पहले रॉकेट के विभिन्न हिस्सों में ईंधन भरा जाएगा। यह संभावना भी है कि इसरो वैज्ञानिक लॉन्चिंग के बाद पृथ्वी के चारों तरफ चंद्रयान-2 के 5 चक्कर को घटाकर 4 कर दें।