नई दिल्ली। चैम्पियंस ट्रॉफी में रजत पदक जीतने के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह की नजरें एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने पर लगी हैं और उनका मानना है कि इससे तोक्यो ओलंपिक में पदक की दावेदारी पक्की करने के लिए काफी समय मिल जाएगा। हरेंद्र ने कहा, बतौर कोच मैं टीम के प्रदर्शन से खुश हूं लेकिन पदक के रंग से नहीं क्योंकि मैं पदक का रंग बदलना चाहता था और हमारे पास इसका मौका भी था।
उन्होंने कहा, अब चैम्पियंस ट्रॉफी अतीत की बात हो चुकी है और हमारा फोकस जकार्ता में होने वाले एशियाई खेलों पर है जहां मुझे स्वर्ण से कम पर संतोष नहीं होगा। उन्होंने कहा, एशियाई खेलों में अपना खिताब बरकरार रखने से हम ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर सकेंगे। इससे हमें ओलंपिक की तैयारी के लिए दो साल का समय मिल जायेगा और मेरा मानना है कि तोक्यो में पदक उम्मीद जगाने के लिए यह काफी है।