नई दिल्ली। फीफा विश्व कप में आज मैक्सिको और ब्राजील प्री-क्वार्टर फाइनल में एक-दूसरे के खिलाफ भिड़ने के लिए तैयार हैं। आत्मविश्वास से भरी मैक्सिको का लक्ष्य ब्राजील के डिफेंस को तोड़कर अपने लिए क्वार्टर फाइनल की राह तलाशना होगा। फीफा विश्व कप में अब तक मैक्सिको ने केवल दो बार ही क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया है। वह 1970 और 1986 में अंतिम-8 में प्रवेश कर पाई थी, वहीं ब्राजील 13 बार क्वार्टर फाइनल में पहुंची है।
ऐसे में मैक्सिको के लिए ब्राजील के खिलाफ जीत हासिल कर अंतिम-8 टीमों में स्थान हासिल कर पाना इतना आसान नहीं होगा। ब्राजील के लिए भले ही ग्रुप स्तर पर टूर्नामेंट की शुरुआत धीमी रही है, लेकिन उसने अपने खेल में सुधार करते हुए बाकी दोनों ग्रुप मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
मैक्सिको ने अपने पहले ग्रुप मैच में जर्मनी को 1-0 से हराकर यह साबित कर दिया था कि उसके डिफेंस को तोड़ पाना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होगा। हालांकि, दक्षिण कोरिया को हराने के बाद अपने तीसरे ग्रुप मैच में मैक्सिको को स्वीडन से हार का सामना करना पड़ा था।
स्वीडन से मिली हार ने मैक्सिको को और भी सर्तक कर दिया है।
इसके अलावा, इस मैच में टीम के पास उनके सेंट्रल डिफेंडर हेक्टर मोरेनो नहीं हैं। इसलिए, ब्राजील के खिलाफ गोल खाने से बचने के लिए टीम को प्रतिद्वंद्वी टीम के अटैक को रोकना होगा। इसका साफ मतलब यह है कि मैक्सिको को ब्राजील के स्टार खिलाड़ी फिलिप कोटिन्हो, नेमार को किसी भी हाल में अपने गोल पोस्ट तक नहीं पहुंचने देना होगा।
ब्राजील अपने दोनों ग्रुप मैच जीतने के बाद आत्मविश्वास से भरी हुई है। छठे खिताब के लक्ष्य से इस टूर्नामेंट में उतरी ब्राजील किसी भी हाल में पीछे नहीं हटेगी। वह मैक्सिको के प्रदर्शन से भलिभांति परिचित है और उसका लक्ष्य टीम के डिफेंस पर वार करना होगा। मैक्सिको के डिफेंस को तोड़ना ही उसके लिए समारा एरीना में खेले जाने वाले प्री-क्वार्टर फाइनल मैच की सबसे बड़ी चुनौती होगी। उसके पास नेमार और कोटिन्हो के अलावा थियागो सिल्वा और गेब्रिएल जीसस जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं।