कजान (रूस)। असिस्टेंट रेफरी टेक्नोलॉजी (वीएआर) का वर्ल्ड कप में पहली बार आज यानी शनिवार को तब उपयोग किया गया जब इसके सहारे फ्रांस को आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ पेनल्टी मिली। एंटोनी ग्रीजमैन को ग्रुप सी के इस मुकाबले के दूसरे हाफ में पेनल्टी बाक्स में गिरा दिया गया था।
रेफरी ने पेनल्टी नहीं दी लेकिन वार अधिकारी ने समीक्षा के बाद फैसला दिया कि यह पेनल्टी है और ग्रीजमैन ने फ्रांस को 1-0 से बढ़त दिला दी। इसके कुछ मिनट बाद ही आॅस्ट्रेलिया ने स्पाट किक के जरिए बराबरी का गोल किया हालांकि यह पेनल्टी उसे रेफरी ने दी थी।
उपयोग सेरी ए और जर्मन बुंदेसलिगा में किया जाता रहा है और वहां सफलता मिलने के बाद फीफा ने इसे वर्ल्ड कप से पहले इसे कन्फेडरेशन कप में उपयोग किया गया था। गोल होने के बाद, पेनल्टी से जुड़े फैसलों पर, रेड कार्ड से जुड़े फैसलों पर या फिर कार्ड दिखाए जाने के दौरान खिलाड़ी की गलत पहचान के मामले में।