नई दिल्ली। जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने वन-धन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए आज कहा कि उद्यमशीलता व्यक्ति को विकास के लिए आगे बढ़ने में प्रोत्साहित करती है। प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए मुंडा ने कहा कि इस प्रशिक्षण से जनजातीय लोगों को आत्मनिर्भर और उद्यमी बनाने में मदद मिलेगी। सभी प्रशिक्षु अब ‘राष्ट्र निर्माण दल’ का हिस्सा है।
उद्यमशीलता की आवश्यकता पर बल देते हुए मुंडा ने कहा कि इससे आदिवासी समाज के सशक्तिकरण को मदद मिलेगी। इस अवसर पर ट्राइफेड के प्रबंध निदेशक प्रवीर कृष्ण भी उपस्थित थे। सभी प्रशिक्षु ट्राइफेड के साथ विभिन्न राज्यों और जिलों के जनजातीय क्षेत्रों में काम करेंगे। वे आजीविका संवर्धन, विपणन और ऋण संबंधी प्रक्रिया के लिए ट्राइफेड की गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। इनका प्रशिक्षण छह महीने के लिए होगा।