नई दिल्ली। बलात्कार, उत्पीड़न, विभिन्न महिलाओं के साथ संबंध जैसे संगीन आरोपों का सामना कर रहे भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का इस वर्ष इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टी-20 टूर्नामेंट में खेलना भी अधर में लटक गया है और उनकी फ्रेंचाइजी दिल्ली डेयरडेविल्स फिलहाल उनकी उपलब्धता को लेकर भारतीय बोर्ड के फैसले का इंतजार कर रही है।
27 वर्षीय गेंदबाज की पत्नी हसीन जहां ने शमी पर संगीन आरोप लगाये हैं और उनके खिलाफ कोलकाता के स्थानीय पुलिस स्टेशन में शुक्रवार को एफआईआर भी दर्ज करायी है जिसपर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। शमी पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है जिसमें कुछ धाराएं गैर जमानती भी हैं।
अधर में लटके है मोहम्मद शमी
ऐसे में अप्रैल में शुरू होने वाले आईपीएल टूर्नामेंट में उनकी उपलब्धता भी अधर में लटकी है। वहीं उनके भारतीय क्रिकेट टीम में करियर पर भी सवाल खड़े हो गये हैं और बुधवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपने अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची में भी शमी को शामिल नहीं किया है। शमी ने हालांकि ट्विटर पर अपने ऊपर पत्नी द्वारा लगाये गये आरोपों से इंकार किया है। लेकिन मामले में पुलिस की जांच शुरू होने के बाद सात अप्रैल से शुरू होने वाले आईपीएल के लिये भी उनकी तैयारियों को झटका लगा है।
बोर्ड कर रहा है पूरे मामले की समीक्षा
इस बीच दिल्ली डेयरडेविल्स के मुख्य कार्यकारी हेमंत दुआ ने कहा कि हम शमी को लेकर बीसीसीआई से निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। हमने बीसीसीआई से संपर्क किया है। फ्रेंचाइजी का खिलाड़ी और बीसीसीआई के साथ त्रिकोणीय अनुबंध होता है और इस मामले में शमी को लेकर बोर्ड अपनी आंतरिक समीक्षा कर रही है और इसके बाद वह हमें आगे की जानकारी देंगे। हम बोर्ड के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं।
वहीं बीसीसीआई का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति(सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने इस मामले पर कहा” इस मामले में स्थिति अलग है क्योंकि किसी अन्य के मामले में इसे निजी मसला कहा जा सकता है लेकिन वह एक खिलाड़ी हैं और उनकी स्थिति में बोर्ड पर सवाल उठ सकते हैं।शमी ने वर्ष 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय टेस्ट टीम में पदार्पण किया था और दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी टीम का हिस्सा रहे थे। उन्होंने भारत की ओर से 50 वनडे और 30 टेस्ट खेले हैं। इसके अलावा वह सात ट्वंटी 20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी खेल चुके हैं।