भारतीय पहलवना रीतिका हुड्डा को 76 किग्रा भारवर्ग के कुश्ती के क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। रीतिका का क्वार्टर फाइनल मुकाबला दो बार की विश्व चैंपियन कजाकिस्तान की एपेरी काइजी के साथ था। मैच 1-1 की बराबरी पर चल रहा था लेकिन आखिरी के क्षण में 1 प्वाइंट लेकर काइजी विजेता बन गईं। अगर काइजी इस इवेंट के फाइनल में जगह बना लेती हैं तो रीतिका के पास रेपचेज के लिए ब्रांज मेडल मैच खेलने का मौका होगा।
रीतिका हुड्डा ने राउंड 16 के मैच में हगंरी के पहलवान बर्नाडेट नागी को हराया था। 16 वीं रैंक की पहलवान को 54 वें रैंक वाली रीतिका ने 12-2 से करारी शिकस्त देकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। ओलंपिक में आगे के सफर के लिए रीतिका को अब काइजी के फाइनल में पहुंचने की दुआ करनी होगी।
पिछले कुछ ओलंपिक में भारत को कुश्ती में मेडल मिलता रहा है। विनेश फोगाट के बाहर होने और कुछ पहलवानों के शुरुआती मैच में हार के बाद ऐसा लग रहा था कि शायद भारत को 2024 में कुश्ती में मेडल नहीं मिलेगा लेकिन 21 साल के अमन सहरावत ने 57 किग्रा वर्ग में भारत को ब्रांज दिलाकर 2008 से चले आ रहे मेडल क्रम को बरकरार रखा। अमन का ब्रांज भारत का इस ओलंपिक में छठा मेडल था। अबक भारत को 5 ब्रांज और 1 सिल्वर मिल चुका है।