कानपुर। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कल से तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। पहला मैच मुंबई के वानखेड़े में खेला जाएगा। दोनों टीमें इस मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के कप्तानों की नजर वानखेड़े के पिछले रिकाॅर्ड पर जरूर होगी। यहां का इतिहास गवाह है कि, इस मैदान में बाद में बैटिंग करने वाला हमेशा फायदे में रहता। भारत ने भी 2011 वर्ल्डकप फाइनल में यहां चेज करते हुए जीत हासिल की और इतिहास रचा था।
मुंबई का वानखेड़े क्रिकेट ग्राउंड भारत के बेहतरीन क्रिकेट मैदानों में एक है। यह ग्राउंड कई ऐतिहासिक मैचों का गवाह रहा है। जब भी दो टीमें इस मैदान पर उतरती हैं तो उनकी नजर टाॅस पर होती हैं। वानखेड़े में टाॅस जीतने वाला कप्तान हमेशा फायदे में रहता है। यहां टाॅस जीतकर हर कोई पहले फील्डिंग करना पसंद करता है क्योंकि बाद में चेज करना आसान रहता है। टीम इंडिया के फैंस चाहेंगे कि विराट कोहली मंगलवार को टाॅस के बाॅस बनें, ताकि भारत पहले फील्डिंग कर सके।
वानखेड़े की पिच बल्लेबाजों की हमेशा मददगार रही है। यहां भारत का हाईएस्ट स्कोर 299 रन है। यही नहीं साल 2015 में साउथ अफ्रीका ने यहां भारत के खिलाफ खेलते हुए 438 रन बनाए थे। इस मैदान पर किसी भी टीम द्वारा बनाया यह हाईएस्ट वनडे स्कोर है। तब तीन प्रोटीज बल्लेबाजों ने उस पारी में शतक लगाए थे।
मुंबई में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया का यह चौथा वनडे मुकाबला है। इससे पहले दोनों टीमें तीन बार वानखेड़े में भिड़ीं, जिसमें दो बार भारत पहले खेला और हार मिली वहीं एक बार जीत नसीब हुई, वो भी चेज करते हुए। यह जीत भारत को साल 2007 में मिली थी, तब टीम की कमान एमएस धोनी के हाथों में थी। माही ने भारत को मुंबई में इकलौती जीत 2 विकेट से दर्ज की थी।
मुंबई के वानखेड़े में करीब तीन साल बाद कोई वनडे मैच आयोजित हो रहा। यहां आखिरी मुकाबला 2017 में भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था। तब टीम की कमान विराट कोहली के हाथों में थी। हालांकि विराट ने इस मैच में शानदार शतक लगाया था मगर भारत ये मुकाबला 6 विकेट से हार गया था।