मुंबई। सिक्सर किंग के नाम से पहचाने जाने वाले युवराज सिंह ने सोमवार को अपने क्रिकेट करियर पर विराम लगाते हुए संन्यास की घोषणा कर दी। ये दिन भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए काले दिन से कम नहीं है। भारत के इस दिग्गज खिलाड़ी ने 2007 टी-20 विश्व कप और विश्व कप 2011 जीताने में अहम भूमिका निभाई थी।
युवराज के संन्यास लेने के बाद सभी दिग्गज खिलाड़ी उनसे जुड़ी अपनी खास यादें शेयर कर रहे हैं। इसी क्रम में योगराज सिंह युवराज सिंह के पिता के साथ-साथ पूर्व भारतीय खिलाड़ी भी हैं। युवराज सिंह के रिटायरमेंट लेने के बाद योगराज सिंह का कहना है कि अगर युवराज सिंह चोटिल नहीं होते तो वह सभी एकदिवसीय और टी 20 में कई रिकॉर्ड तोड़ देते।
युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह सभी भारतीय प्रशंसकों के साथ युवराज सिंह की एक गोल्डन मेमोरी शेयर की। उन्होंने कहा कि मुझे भारतीय टीम से निकाले 40 साल हो चुके हैं और मुझे पूरी जिंदगी इस बात का मलाल रहा है।
आज जबकि युवराज ने रिटायरमेंट ले लिया है तो मैं बताना चाहता हूं कि युवराज की कहानी उस समय शुरू हुई थी। जब वह डेढ़ साल का था जब मैंने उसे अपना पहला क्रिकेट बैट और गेंद दी। मेरी मां गुरनाम कौर ने उन्हें पहली गेंद फेंकी। हमारे पास अभी भी वह तस्वीर मौजूद है।
साथ ही उन्होंने बताया कि जब उसे कैंसर ने अपनी चपेट में लिया, तो मैंने सोचा कि मैं भगवान से पूछूंगा कि यह कहानी इस तरह खत्म नहीं हो सकती।
मैं अपने कमरे में अकेला रोता लेकिन मैं उसके सामने नहीं रोया। उस वक्त उसने मुझसे कहा कि पापा, मैं चाहता हूं कि आप और पूरा देश मेरे हाथों में विश्व कप ट्रॉफी देखें। वराज के पिता योगराज सिंह का सपना भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होकर वर्ल्ड कप खेलने का था । हालांकि उन्होंने भारत की तरफ से 1 टेस्ट और 6 वनडे मैच खेले, लेकिन इसके बाद उन्हें टीम में जगह नहीं मिल सकी ।