क्या उत्तरकाशी सुरंग हादसे में अडानी ग्रुप जिम्मेदार है? इस दावे के बीच अडानी ग्रुप ने सोमवार को एक स्पष्टीकरण जारी किया। मौजूदा समय में बचावकर्मी 40 से अधिक श्रमिकों को निकालने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, जो 12 नवंबर को निर्माणाधीन सिल्क्यारा-बारकोट मार्ग के अंदर फंसे हुए हैं। उसके बाद से लगातार ये बात सोशल मीडिया में रेंग रही है कि इस सुरंग को बनाने वाली कंपनी का मालिक कोई और नहीं बल्कि अडानी ग्रुप है।
अडानी ग्रुप ने स्पष्टीकरण में कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि कुछ तत्व उत्तराखंड में हुए सुरंग हादसे से उनका नाम जोड़ने का नापाक प्रयास कर रहे हैं। जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं। ग्रुप ने कहा कि हम स्पष्ट करते हैं कि अडानी ग्रुप या उसकी किसी सहायक कंपनी की सुरंग के निर्माण में किसी भी प्रकार की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भागीदारी नहीं है। कंपनी ने एक आधिकारिक बयान में कहा, हम यह भी स्पष्ट करते हैं कि सुरंग के निर्माण में शामिल कंपनी में हमारा कोई शेयर नहीं है।
उत्तरकाशी सुरंग चार धाम परियोजना का हिस्सा है। इसका निर्माण हैदराबाद की नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। कंपनी सीवी राव द्वारा प्रमोटिड नवयुग ग्रुप का हिस्सा है और इसका अडानी ग्रुप के साथ कोई स्पष्ट संबंध नहीं है। पिछले कुछ दिनों में, कई सोशल मीडिया यूजर्स ने सुरंग ढहने में कथित भूमिका को लेकर अडानी ग्रुप की आलोचना की है। इससे पहले पूर्व भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि उत्तराखंड की यह सुरंग किस निजी कंपनी द्वारा बनाई गई थी? जब पतन हुआ तो इसके शेयरधारक कौन थे? क्या उनमें से एक अडानी ग्रुप था?
उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में कहा कि अगर आप 15 दिनों तक सुरंग में फंसे मजदूरों तक नहीं पहुंच सकते तो चांद पर पहुंचने का क्या फायदा? उत्तराखंड में सुरंग ढह गई, जिसमें 41 लोग फंसे हुए थे…गौतम अडानी के स्वामित्व वाली नवयुग लिमिटेड द्वारा निर्मित, जिसका उन्होंने 2020 में अधिग्रहण किया था। मोदी ने दौरा क्यों नहीं किया? इसी तरह की कई दूसरे पोस्ट इस समय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गति पकड़ रहे हैं।