नई दिल्ली। फार्मा क्षेत्र की कंपनी मोरपेन लैबोरेट्रीज लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही शुद्ध लाभ 256 प्रतिशत उछलकर 8.41 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। कंपनी ने यहां जारी तिमाही वित्तीय लेखाजोखा में कहा कि निर्यात में हुयी बढोतरी के बल पर उसके मुनाफे में यह उछाल आया है। वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 2.36 करोड़ रुपये रहा था।
उसने कहा कि इस तिमाही में राजस्व में 25.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह बढ़कर 186.70 करोड़ रुपये तक पहुंच गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 148.83 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुशील सूरी ने कहा कि नए मोलिक्युल और नई पेटेंट प्रक्रिया पर ध्यान दिये जाने और दिल्ली स्थित वैज्ञानिकी और औद्योगिक अनुसंधान विभाग की ओर से हिमाचल प्रदेश के बद्दी स्थित रिसर्च और अनुसंधान (आर एंड डी) सेंटर को मिली मान्यता के बाद कंपनी के और ज्यादा विकास के लिए इस सेंटर के आधारभूत ढांचे में निवेश की योजना बनायी जा रही है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (यूएसएफडीए) की ओर से मोरपेन लैबोरेटरीज लिमिटेड के बद्दी और मसूलखाना के निर्माण संयंत्रों को मिली मंजूरी के बाद कंपनी ने अपनी बल्क दवा (एपीआई) मोंटेलुकास्ट सोडियम, का वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही से अमेरिकी बाजार और विश्व के अन्य विनियमित बाजारों में निर्यात करना शुरू कर दिया है। वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में मोंटेलुकास्ट सोडियम की बिक्री में 210 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
इसके अलावा अटोरवास्टेटिन कैल्शियम की बिक्री में पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 57 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि इस बढोतरी के साथ ही घरेलू चिकित्सा उपकरणों के कारोबार में भी तेजी रही है जिससे कंपनी के कारोबार और लाभ में बढोतरी दर्ज की गयी है।