नई दिल्ली। बैडमिंटन में भारत के चोटी के एकल खिलाड़ियों से गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में काफी उम्मीदें की जा रही हैं लेकिन सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की निगाहें इन खेलों के पुरुष युगल में देश का पदक का सूखा खत्म कर नया इतिहास रचने पर टिकी हैं। सात्विक और चिराग ने हाल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन दोनों ही पोडियम पर पहुंचने में नाकाम रहे हैं।सात्विक ने कहा, यह मेरे पापा का सपना था कि मैं कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लूं।
इसलिए जब पता चला कि कि मुझे टीम में चुना गया है तो मैं बहुत खुश हुआ। यह प्रत्येक खिलाड़ी का सपना होता है और जिस तरह से हम पिछले छह महीने से खेल रहे हैं उसे देखते हुए हमें पदक जीतने का पूरा विश्वास है। चिराग ने कहा, कोई भी भारतीय पुरुष युगल जोड़ी अब तक कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक नहीं जीत पाई है। अगर आप पूल पर गौर करेंगे तो मलयेशिया और इंग्लैंड के ओलिंपिक सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडलिस्ट खिलाड़ी खेल रहे हैं लेकिन इसके बावजूद हम अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।