बर्मिंघम। प्रतिष्ठित आॅल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफायनल में ओलंपिक रजत पदक विजेता भारत की पीवी सिंधू कड़े संघर्ष के बावजूद पहली बार फाइनल में पहुंचने से चूक गई। सिंधू जापान की वर्ल्ड नंबर दो अकाने यामागूची के खिलाफ पहला गेम जीतने के बाद तीन गेम के कड़े संघर्ष में हार गई। एक घंटा 19 मिनट तक चले इस सेमीफायनल मैच का स्कोर 21-19, 19-21 और 18-21 रहा।
अंतिम गेम में दोनों खिलाड़ी 18-18 से बराबर पर थी लेकिन यामागूची ने लगातार तीन पाइंट लेते हुए मैच जीत लिया। शुक्रवार को भी सिंधू सातवीं वरीयता प्राप्त जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ तीसरे सेट में पीछे होकर भी 20-22, 21-18 और 21-18 से मैच जीतकर सेमीफायनल में पहुंची थी। विश्व रैंकिंग में तीसरे नंबर की भारतीय खिलाड़ी का दूसरी सीड यामागूची के खिलाफ 6-3 का करियर रिकॉर्ड था और उनके पास मैच जीतने के पूरे मौके थे लेकिन उन्होंने तमाम मौके गंवा दिए। फाइनल में यामागूची का मुकाबला विश्व की नंबर एक खिलाड़ी ताइपे की तेई जू यिंग से मुकाबला होगा।
चौथी वरीयता प्राप्त सिंधू ने लगातार चौथा मुकाबला तीन गेमों का खेला। पहला गेम एक समय सिंधू के कब्जे में था जब उन्होंने 17-11 की बढ़त बना ली थी लेकिन यामागूची ने वापसी करते हुए स्कोर 17-17 से बराबर कर दिया। सिंधू फिर जापानी खिलाड़ी की दो बेजां भूलों से 20- 18 की बढ़त के साथ गेम अंक पर पहुंच गयीं। यामागूची ने एक अंक लेकर स्कोर 19-20 कर दिया लेकिन सिंधू ने जबरदस्त स्मैश लगते हुए पहला गेम 21-19 पर समाप्त कर दिया। एक गेम की बढ़त बनाने के बाद सिंधू ने दूसरे गेम गलतियां की जिसका फायदा उठाकर जापानी खिलाड़ी ने 18-14 की बढ़त बना ली।
दोनों के बीच इस दौरान कड़े संघर्ष का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि एक बार 33 और फिर 35 शॉट की भी रैली हुई। निर्णायक गेम में मुकाबला जोरदार रहा और इस दौरान 44 शॉट की रैली हुई। सिंधू ने 13-7 की बढ़त बना ली लेकिन यामागूची ने अपनी पूरी कोशिश करते हुए स्कोर 17-17, 18-18 से बराबर हो गया। यहां सिंधू ने गलतियां कीं जिसका फायदा उठाकर जापानी खिलाड़ी ने लगातार तीन अंक लेकर मैच अपने नाम कर लिया।