देवउठनी एकादशी का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है क्योंकि इसी दिन भगवान विष्णु चार माह की योग निद्रा के बाद जागते हैं और फिर इसी दिन से रुके हुए सारे शुभ काम आरंभ हो जाते हैं। शुभ कामों की शुरुआत तुलसी विवाह से होती है। इसी दिन तुलसी माता का विवाह पूरे विधि-विधान से शालिग्राम से कराया जाता है।
दक्षिण पश्चिम दिशा में नहीं सोना
वास्तुशास्त्र के मुताबिक जिन कुंवारे लड़कों की शादी नहीं हो रही हैं, उन्हें दक्षिण और दक्षिण पश्चिम दिशा में नहीं सोना चाहिए। इससे विवाह में कई तरह की बाधा आती हैं।
काले रंग से दूर रहें
काले रंग के कपड़े और दूसरी चीजों का इस्तेमाल कम करना चाहिए। वास्तुशास्त्र के मुताबिक आप काले रंग से जितना दूर रहेंगे उतना ही बेहतर होगा।
जहां पर बीम हो वहां नहीं सोना चाहिए
वास्तुशास्त्र के मुताबिक ऐसी जगह पर नहीं सोना चाहिए। जहां बीम लटका हुआ दिखाई दें। ऐसी जगह सोने से विवाह में परेशानियां हमेशा ही बनी रहती हैं।
अंधेरे कमरे में न सोएं
वही विवाह योग्य लड़कों को उन कमरों में सोना चाहिए। जिनमें एक से अधिक दरवाजे हों। जिन कमारों में हवा और रोानी का प्रवेश कम हो उन कमरों में सोने से बचना चाहिए।