सालभर में पड़ने वाले त्योहारों में दिवाली एक ऐसा त्योहार है, जब महालक्ष्मी को प्रसन्न करना आसान होता है। इस साल की दिवाली कई मायनों में विशेष है। इस साल दिवाली पर महासंयोग बन रहा है। 27 साल बाद अमावस्या तिथि गुरुवार और चित्रा नक्षत्र का मिलन होगा। इसके अलावा चतुर्ग्रही योग का संयोग 12 साल बाद बनेगा। ज्योतिष विद्वानों का कहना है कि इस संयोग में खरीदारी करना शुभता लाता है। इस वर्ष के बाद ये योग फिरसे चार साल के बाद वर्ष 2021 में बनेगा।
गुरुवार के दिन आभूषण, भूमि, वाहन खरीदना अच्छा माना जाता है। दिवाली पर प्रात: 7.18 मिनट तक हस्त नक्षत्र रहेगा। इसके बाद चित्रा नक्षत्र लग जाएगा, जो 20 अक्टूबर की प्रात: 8.30 बजे तक रहेगा। इस दिन चार ग्रह सूर्य, चंद्रमा, बुध और बृहस्पति तुला राशि में रहेंगे। उनकी स्थिति में भी परिवर्तन होगा, उनका वास एक ही राशि में होगा। इस शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी पूजन करने से धन से भर जाएगा आपका घर। दीपावली पर प्रदोषकाल का समय संध्या 5.38 बजे से लेकर रात 8.14 मिनट तक रहेगा। इस काल में लक्ष्मी पूजन का सबसे शुभ मुहूर्त है।