दुनिया में कोरोना फैला हुआ है। इस जानलेवा वायरस ने दुनिया के कई देशों को लॉकडाउन कर दिया है। कई लोग तो इतना भी कहते नजर आ रहे हैं कि अब दुनिया खत्म हो जाएगी। इस बीच ना सिर्फ पृथ्वी पर बल्कि अंतरिक्ष में भी काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। कभी पृथ्वी पर उल्कापिंड गिर रहे हैं तो कभी वैज्ञानिकों को स्पेस से ध्वनि तरंग सुनाई दे रहे हैं। अब यूनिवर्सिटी ऑफ़ नाटिंघम के एस्ट्रोनॉमर्स ने ऐसा दावा किया है, जो एलियंस की मौजूदगी को लेकर काफी चौंकाने वाला है।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ नाटिंघम के एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक, मिल्की वे गैलेक्सी में एक दर्जन से अधिक बेहद होशियार एलियंस की प्रजाति रहती है। ऐसी में इस सवाल से कि क्या इंसानों के अलावा भी कोई इस ब्रम्हांड में रहता है, का जवाब मिलना शुरू हो गया है। रिसर्चर्स का कहना है कि हमारे बेहद पास कई प्रजाति रहते हैं। ये एलियंस बेहद होशियार हैं। साथ ही ये बिलकुल इंसानों की तरह ही दूसरे ग्रहों में रहते हैं। साइंटिस्ट्स का कहना है कि ब्रम्हांड में कुल 36 एलियंस की प्रजाति है।
ये समय समय पर पृथ्वी पर रेडियो सिग्नल्स भेज कर संपर्क करना चाह रहे हैं। अंदाजे के मुताबिक, हमसे 17 हजार लाइट ईयर की दुरी पर रह रहे इन एलियंस से बातचीत करने का कोई साधन अभी इंसानों के पास नहीं है। इस कारण हम समझ नहीं पा रहे कि वो हमसे क्या कहना चाह रहे हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ़ नाटिंघम के प्रोफ़ेसर क्रिस्टोफर कोनसेलीके के मुताबिक, हमारे गैलेक्सी के बेहद नजदीक ही ये एलियंस रह रहे हैं।
हम चाहकर भी उन्हें पहचान नहीं पा रहे हैं। वो काफी नजदीक हैं, बस हम उन्हें देख नहीं पा रहे हैं। अनुसंधान से पता चलता है कि जिन सभ्यताओं का हम पता लगा सकते हैं, वे इस बात पर निर्भर करते हैं कि वे कितने समय से अंतरिक्ष में अपने अस्तित्व के संकेतों को सक्रिय रूप से भेज रहे हैं, जैसे कि उपग्रह या टेलीविजन से रेडियो प्रसारण। इस हिसाब से यदि अन्य तकनीकी सभ्यताओं का पता लगाया जाए, तो लगभग 100 साल में हमारी गैलेक्सी में लगभग 36 एलियंस की प्रजाति का पता चलेगा।