रघुनाथपुर थाना पुलिस ने बबलू हत्याकांड का खुलासा कर लिया है। बबलू का कातिल उसका छोटा भाई अशोक निकला है। अशोक और मृतक की पत्नी आपस में देवर-भाभी है। जिनके बीच प्रेमप्रसंग था। भाभी के प्यार को पाने के लिए अशोक ने भाभी के साथ मिलकर बबलू की हत्या कर दी। मोबाइल कॉलडिटेल के जरिए पुलिस ने मामले को ट्रेस करने के बाद मृतक के भाई व पत्नी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
6 फरवरी को ग्राम कतन्नीपुरा निवासी बबलू रावत (30) खेत पर मरणासन्न स्थिति में पड़ा था। बबलू के चाचा हल्के रावत की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया और बबलू को इलाज के लिए ग्वालियर भिजवाया गया। करीब ढाई माह तक इलाज चलने के बाद भी बबलू कोमा से बाहर नहीं आया और 28 अप्रेल को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मारपीट के मामले को हत्या में तब्दील कर जांच शुरु की।
मृतक बबलू रावत और उसकी पत्नी किताबी के तीन बच्चे है। चार साल पहले जब यह लोग मजदूरी करने बैंगलोर गए थे,तब वहां अशोक का भाभी से प्यार हो गया। कुछ समय मजदूरी करने बाद बबलू और उसकी पत्नी वापस गांव आ गए।मगर देवर-भाभी के बीच प्यार इतना परवान चढ़ गया कि दो साल पहले अशोक भाभी को अपने साथ बैंगलोर भगा ले गया। लेकिन परिवार के लोगो के दबाब के कारण वह भाभी को कुछ दिन अपने साथ रखने के बाद गांव छोड़ गया।
रघुनाथपुर थाना प्रभारी नरेन्द्र राजपूत ने बताया कि अशोक और उसकी भाभी, एक साथ रहना चाहते थे। मगर बबलू इसमें रोड़ा बन रहा था। 4 फरवरी को बैंगलोर से लौटे अशोक ने गांव से भाभी को मायके जाने सबलगढ़ बुलाया। जहां भाभी किताबी ने देवर अशोक के जरिए पति को मरवाने की साजिश रचते हुए कहा कि तुम बबलू को रास्ते से हटा दो,मै तुम्हारी हो जाऊंगी। इसके बाद अशोक ने गांव आकर भाई बबलू को फोन करके खेत पर पार्टी करने के लिए बुला लिया। जहां बबलू को शराब पिलाने के बाद अशोक उसे लाठी से अधमरा कर बैंगलोर भाग गया।