कुशीनगर। आमतौर पर दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर जाता है लेकिन लॉकडाउन ने लोगों को जिन्दगी में नये नये रंग दिखाये है। ऐसा ही वाकिया उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भी देखने को मिला जहां दुल्हन ने दूल्हे के घर पहुंचकर शादी रचायी। कुशीनगर के जटहां बाजार क्षेत्र के नंदलाल छपरा गांव के बृंदावन टोले की एक युवती की बारात 23 मई को आनी थी लेकिन लॉकडाउन के चलते संभव नही हो पाया । इस बीच दुल्हन ने हिम्मत नही हारी। परिवार को राजी किया और परिजनों के साथ खुद ही दूल्हे के घर पहुंच गयी। वहां सादगी के साथ शादी रस्म पूरी हुई। अभी दुल्हन की विदाई का पूरा सामान घर ही है।
पारिवारिक सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि जटहां बाजार क्षेत्र के नंदलाल छपरा निवासी रवींद्र गौड़ ने अपनी बेटी रिंकी की शादी कुछ महीने पहले गोरखपुर के नौसढ़ निवासी सुरेश के बेटे अश्वनी से तय की थी। कोरोना महामारी के चलते केंद्र सरकार की तरफ से लॉकडाउन का निर्देश है। शादी की तारीख 23 मई को मुकर्रर थी। लड़के पक्ष ने शादी के लिए बारात ले जाने के लिए प्रसाशन से स्वीकृति भी मांगी लेकिन किसी कारण से नही मिल पाई।
दुल्हन के घरवाले 23 मई की दोपहर में खुद ही शादी करने की प्लान बनाये और दो वाहनों से 11 लोग गोरखपुर दूल्हा के घर पहुंच गए। लड़के के वहां एक सादे समारोह में शादी रस्म पूरी हुई। दुल्हन रिंकी की भाई पवन ने बताया कि शादी पक्की होने के बाद यही दोनों पक्षो में तय हुई थी शादी की रश्म गोरखपुर के किसी होटल या लाज में ही होगी। लॉकडाउन की वजह से होटल मिल नही पाया तो लड़के के घर ही शादी हुई। उन्होंने बताया कि अभी मेरी बहन की विदाई का पूरा समान घर ही है। लॉकडाउन के बाद उसको भेजा जाएगा।