उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति सवालों के घेरे में है,लड़कियों की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार पर कई गंभीर सवाल उठ चुके हैं, ऐसे ही एक मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सामने आया हैं, जंहा रेप की पीड़ित छात्रा ने आत्महत्या करके अपनी जीवन को समाप्त कर लिया है, लड़की ने बीजेपी के मंडल अध्यक्ष पर रेप और वीडियो बनाने का आरोप लगाया था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं कि थी, जिसके बाद छात्रा ने आत्महत्या कर ली, हालांकि घटना के बाद में गोमतीनगर पुलिस ने आरोपी नेता प्रदीप गुप्ता को गिरफ़्तार कर लिया है।
बताया जाता है कि किशोरी हाईस्कूल की परीक्षा पास करने के बाद घर पर ही रहती थी। उसके घरवालों का कहना है कि प्रदीप अगस्त 2017 में किशोरी के संपर्क में आया था। तब से वह लगातार उसके साथ रेप कर रहा था। प्रदीप ने किशोरी का अश्लील वीडियो बनाने के साथ कई आपत्तिजनक तस्वीरें ले ली थीं। इसी के बल पर वह किशोरी को डराता-धमकाता था। लगातार प्रताड़ना से तंग आकर किशोरी ने उसके खिलाफ गोमतीनगर थाने में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की। वह लगातार थाने के चक्कर काटती रही और पुलिसकर्मी उसे दौड़ाते रहे।
इसी दौरान पुलिसिया कार्यवाही से परेशान होकर किशोरी ने 23 अक्टूबर को ज़हर खा ली, जिसके बाद परिजन उसे आनन फानन में लेकर लोहिया अस्पताल गए जंहा लड़की की मौत हो गयी, वंही जब इसकी सूचना पुलिस को मिली तो जगी पुलिस ने बीजेपी नेता प्रदीप गुप्ता को उसके गृह जनपद कन्नौज के सकरावा गांव से गिरफ़्तार कर लिया।