ऑनलाइन गेम्स खेलने का क्रेज युवाओं ही नहीं बल्कि बच्चों में भी खूब देखने को मिलता है जो लगातार तेजी से बढ़ रहा है। इन दिनों ‘पबजी गेम’ का क्रेज खूब देखने को मिल रहा है। अब तक इस गेम को गूगल प्लेस्टोर पर 50 मिलियन से भी ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है लेकिन यह क्रेज युवाओं में गंदी लत बनकर सामने आ रहा है।
पबजी एक गेम है जिसमें 100 प्लेयर्स एयरप्लेन से एक आइलैंड पर उतरते हैं। वहां पहुंचने पर उन्हें वहां मौजूद अलग-अलग घर व स्थानों पर जाकर हथियार, दवाइयां और युद्ध के लिए जरूरी चीजों को कलेक्ट करना होता है। प्लेयर्स को बाइक, कार और बोट मिलती है ताकि वे हर जगह जा सकें और विरोधी को गेम में मारकर आगे बढ़ सकें। 100 लोगों में आखिर तक जिंदा रहने वाला प्लेयर गेम का विनर बनता है।
बुरी तरह एडिक्ट हो रहे हैं युवा और बच्चे- युवा और बच्चे इस गेम को खेलने के इस कद्र आदि होते जा रहे हैं कि दिन-रात फोन के साथ ही चिपके रहते हैं। गेम के टास्क पूरे करने के लिए वह ना तो खाने की परवाह करते हैं और ना ही नींद की। अगर आपका बच्चा भी पबजी खेलते समय आपको नजरअंदाज कर रहा है तो आपको सतर्क होने की जरूरत है।
बच्चे क्यों हो रहे हैं ‘पबजी’ गेम से अट्रैक्ट- गेम के कई तरह के हाईटेक फीचर हैं जिसमें अट्रैक्टिव ग्राफिक्स के साथ-साथ मोशन सेंसरिंग टेक्नोलॉजी और पावरफुल साउंड का इस्तेमाल किया गया है जो बच्चों को बहुत पसंद आ रहा है। लड़कियों से ज्यादा लड़के इसे पसंद कर रहे हैं क्योंकि यह एक्शन गेम है। आपको बता दे हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमे ऑनलाइन गेम पबजी की लत ने एक लड़के को चोर बना दिया। ये मामला पंजाब के जालंधर का है जिसमे 15 साल के इस लड़के ने गेम खेलने के लिए अपने पिता को ही 50 हजार रुपए का चूना लगा दिया। पुलिस जांच में पता चला कि 10वीं क्लास में पढ़ने वाले लड़के ने पबजी खेलने के लिए पिता के डेबिट कार्ड से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किया था।
आरोपी लड़के ने पबजी कंट्रोलर, कस्टमाइज़ स्किन, कॉस्ट्यूम खरीदने के लिए अपने पिता के बैंक अकाउंट से 50 हज़ार रुपये निकाल लिए। लड़के के पिता ने 20 जनवरी को शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि पैसे निकलने पर उनके पास कोई ओटीपी नहीं आया और न ही ट्रांजेक्शन का कोई एसएमएस आया। पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू की तो पता चला कि उनके अकाउंट से पैसे एक पेटीएम अकाउंट में ट्रांसफर किए गए हैं।
पुलिस ने पेटीएम ऑफिशियल से पूछताछ की तो खरीदारी करने वाले का फोन नंबर और घर का पता सामने आ गया, जिससे ट्रैक कर लिया गया कि ये उसके 10वीं क्लास में पढ़ने वाले बेटे ने किया है। पुलिस की पूछताछ में लड़के ने कुबूला कि उसने अपने पिता के अकाउंट से देर रात ट्रांजेक्शन की और फोन से OTP लेने के बाद उसे डिलीट कर दिया ताकि सुबह उठने पर उसके पिता को पता ना चले। इसके बाद उसने इन पैसों को अपने दोस्त के पेटीएम अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया और फिर उससे पबजी का सामान खरीदा। हालांकि बेटे के ही पैसे निकालने का पता चलने पर पिता ने शिकायत वापस ले ली।
गौरतलब है की भारत में पबजी गेम बहुत तेजी से लोकप्रिय हुआ है। युवाओं में इस गेम को लेकर जबर्दस्त क्रेज देखा जा रहा है। मगर इस गेम का बच्चों व युवाओं के मानसिक और शारीरिक विकास पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस में 120 से ज्यादा मामले रिपोर्ट किए गए, जिनमें बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर इस गेम का विपरीत प्रभाव देखा गया।