25 Apr 2024, 14:00:47 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » National

3 महीने मेरे बेहोश होने तक हर रोज होता था मेरा रेप, दर्दनाक कहानी सुनकर...

By Dabangdunia News Service | Publish Date: May 2 2020 10:25AM | Updated Date: May 2 2020 10:26AM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

आईएस आतंकियों के चंगुल में सेक्स स्लेव की जिंदगी गुजराने वाली एक यजीदी लड़की नादिया मुराद ने 4 साल बाद आए खुशी के पल शेयर किए हैं। उसने ट्विटर पर अपनी एंगेजमेंट की फोटो शेयर की है और बताया कि मंगेतर से उसकी मुलाकात कैंपेन वर्क के दौरान हुई और दोनों ने जिंदगी साथ बिताने का फैसला किया। नादिया को 19 साल की उम्र में आतंकी अपने साथ उठा ले गए थे। करीब तीन महीने की कैद में वो रोज रेप का शिकार बनीं। नादिया ने जब यूनाइटेड नेशन सिक्युरिटी काउंसिल में आपबीती सुनाई थी, तो वहां बैठे लोग रो पड़े थे।

नादिया ने आबिद के साथ अपनी एंगेजमेंट की फोटो के ट्वीट करते हुए कहा, ”हमारे अपने लोगों का संघर्ष हमें एक साथ लाया और हम एक साथ इस रास्ते को आगे भी तय करना चाहते हैं।” नादिया ने लिखा, ”हम दोनों अपनी जिंदगी के सबसे मुश्किल वक्त में एक दूसरे से मिले लेकिन इसके बाद भी इतनी बड़ी लड़ाई लड़ते हुए हमने अपना प्यार ढूंढ लिया।” नादिया की एंगेजमेंट पार्टी अटैंड करने वाले उनके दोस्त अहमद बोरजस ने कहा मैं नादिया से 2015 में मिला, जब वो बहुत ही कमजोर महिला थी और जो तुरंत आईएसआईएस के चंगुल से भागकर पहुंची थी। वो रो रही थी और उसके साथ हम सब रो रहे थे।

अहमद ने कहा, ”पर अब वो एक हीरो है। उसने बहुत मजबूती से आईएस से लड़ा और सर्वाइवर्स से अधिकारों का बचाव किया। उसके चेहरे पर खुशी देखना अच्छा था। वो अपनी लाइफ और एक फैमिली बनाने की प्लानिंग कर रही है। नादिया मुराद बासे ताहा को 19 साल की उम्र में आतंकी अपने साथ उठा ले गए थे और आतंकियों ने उसके 6 भाइयों और बूढ़ी मां की हत्या कर दी थी। नादिया तीन महीने तकआईएस आतंकियों के चंगुल में थीं। कैद के दौरान वो लगातार आईएस आतंकियों के टॉर्चर और रेप का शिकार हुई। आईएस के चंगुल से छूटने के बाद वो जर्मनी पहुंची थीं।

नादिया की आपबीती सुन रो पड़े थे लोग

15 सदस्यों की काउंसिल के सामने नादिया ने बताया था, ”आईएसआईएस के आतंकियों ने अगस्त 2014 में इराक के एक गांव से मुझे अपने कब्जे में लिया था। मेरे सामने ही मेरे भाई और पिता को मार दिया गया। वो मुझे एक बस में बैठाकर मोसुल शहर लेकर गए। पूरे रास्ते उन्होंने मेरे साथ बदसलूकी की। मैंने रो-चिल्लाकर उनसे रहम की भीख मांगी, लेकिन इसके बदले उन्होंने मुझे जमकर पीटा।” नादिया ने बताया, ”कुछ दिनों बाद मुझे एक आतंकी के हवाले कर दिया गया। जो रोज मुझे अपनी हवस का शिकार बनाता। मैंने जब भागने की कोशिश की, तो गार्ड ने मुझे पकड़ लिया। उस रात मुझे बहुत मारा पीटा गया और कपड़े उतारकर गार्ड्स के हवाले कर दिया गया। उस रात मैं तब तक रेप का शिकार हुई, जब तक मैं बेहोश नहीं हो गई।”

  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »