यह घटना आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले की है। जहां एक बिहारी के मरने के बाद उसके पास से लाखों रुपए बरामद हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है, कि यह दुकानो पर नोट के बदले में चिल्लर दिया करता था। आनंदपुर जिले के गुंटकल में मस्तान बनी दरगाह के बाहर पुलिस वालों को एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिनसे वो अचरज में पड़ गए यहां के लोगों ने पुलिस को एक भिखारी के मरने की खबर दी स्थानीय लोगों का कहना है कि इस भिखारी की नींद में ही मौत हो गई है। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसकी पहचान के लिए भिखारी का सामान तलाशा गया।
जिसके बाद पुलिस के हाथ बहुत सारी चिल्लर और लाखों रुपए के नोट लगे। बाद में जब इन नोटों की गिनती की गई तो पता चला कि भिखारी के पास थे। पुलिस ने भिखारी की पहचान पाशा के रूप में की है। वह पिछले 12 वर्ष से दरगाह के बाहर भीख मांग कर अपना गुजारा कर रहा था। पुलिस के मुताबिक एक स्थानीय व्यक्ति ने फोन कर बताया, कि दरगाह के बाहर एक बुजुर्ग की मौत हो गई है। खबर पाकर सर्किल इंस्पेक्टर अनिल कुमार और सब इंस्पेक्टर वहां पहुंचे उन्होंने भिखारी की पहचान के लिए उनका सामान तलाशा, तो बैग में उन्हें बहुत सारी चिल्लर और लाखों रुपए के नोट बरामद हुए किन्तु उन्हें बैग में किसी भी प्रकार का कोई भी पहचान पत्र नहीं मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और बाद में पैसों की गिनती की गई।