इंदौर। चिड़ियाघर में रविवार को धार से लाए तेंदुए के नन्हें शावक को बकरी का दूध पिलाया जा रहा है। यह शावक बहुत कमजोर है इसीलिए उसे मल्टीविटामिन भी दिए जा रहे हैं, ताकि उसे तंदुरुस्त किया जाए। फ़िलहाल तेंदुए के नन्हें शावक को पूरी तरह ऑब्जर्वेशन में रखा हुआ है।
1 माह का बच्चा बेहद कमजोर है
बताया जा रहा है कि रविवार को धार जिले के तिरला गांव के आसपास फॉरेस्ट्र की टीम को नन्ना तेंदुए का बच्चा घूमता दिखाई दिया। इस पर फॉरेस्ट्र टीम ने पहले तो ऑब्जर्वेशन रखा कि कहीं आसपास उसकी मां हो तो वह आ जाए और उसे लेकर जाए जब कई घंटे गुजर गए तो तत्काल बच्चे को फॉरेस्ट की टीम ने अपने साथ लिया और इंदौर जू लेकर आई। इंदौर आते ही नन्हें शावक को मल्टीविटामिन देना शुरू कर दिया गया, क्योंकि बच्चा 1 माह का है और बेहद कमजोर है ।इसीलिए उसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इससे बकरी के साथ थी गाय का दूध भी दिया जा रहा है। साथ ही मेडिसिन व मल्टीविटामिन भी दिए जा रहे हैं, ताकि इसकी कमजोरी दूर हो जाए
तेंदुए के बच्चे को रखा है ऑब्जरवेशन
चिड़ियाघर प्रभारी डॉ उत्तम यादव ने बताया कि धार जिले के तिरला गांव के आसपास तेंदुए का बच्चा फॉरेस्ट को मिला था। फारेस्ट की टीम इसे जू लेकर आई। यहां आते ही तेंदुए के बच्चे को ऑब्जरवेशन में रख लिया गया है। हालांकि यह बहुत कमजोर है। एक मां का यह बच्चा कमजोर होने के साथ ठीक से चल भी नहीं पा रहा है। इसीलिए इसे मल्टीविटामिंस मेडिसिन के साथ ही बकरी का दूध भी दिया जा रहा है। हमने पूरी तरह इसे ऑब्जर्वेशन में रखा है ताकि उसे कोई परेशानी ना हो।