वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलदिमिर जेलेंस्की ने यूक्रेन की सीमा पर बढ़ते तनाव को लेकर फोन पर चर्चा की है। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन में बढ़ते तनाव के बावजूद उसे अपने समर्थन की फिर से पुष्टि की और वहां की अर्थव्यवस्था की मदद करने के लिए अतिरिक्त व्यापक आर्थिक सहायता देने का भी आश्वासन दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बातचीत में यह भी स्पष्ट किया कि हालांकि यूक्रेन में अमेरिकी दूतावासकर्मियों के परिवारों को वापस बुला लिया गया है लेकिन राजधानी कीव में अमेरिकी दूतावास खुला रहेगा और पूरा कामकाज भी होगा। उन्होंने यह भी बताया कि यू्क्रेन और रूस के बीच बढ़ रहे तनाव का समाधान “ नोरमंडी फॉरमेट” के तहत करने का अमेरिका भी समर्थन करता है। यह फॉरमेट 2014 मे फ्रांस, जर्मनी,रूस और यूक्रेन के राजनयिकों की सहमति से तैयार किया गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने उम्मीद जतायी कि चारों देशों के बीच जुलाई 2020 में हुए युद्धविराम समझौते पर इन देशों के पुनप्रर्तिबद्धता दिखाने से यूरोप के पूर्वी हिस्से में जारी तनाव को कम करने में मदद मिलेगी और मिन्स्क समझौतों के कार्यान्वयन को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
जेलेंस्की ने ट्वीट में अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ हुई बातचीत के बारे मे बताते हुए कहा “ तनाव को कम करने के लिए राजनयिक प्रयासों और भविष्य के लिए संयुक्त कार्रवाई पर सहमति बनी है। यूक्रेन के लिए आर्थिक मदद के मामले पर भी चर्चा हुई। इस बीच रूसी सुरक्षा परिषद के उपसभापति दमित्री मेदवेदेव ने गुरूवार को जारी बयान में नाटो और अमेरिका पर अपने भूराजनीतिक फायदे के लिए यूक्रेन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा “ यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि यूक्रेन कुछ हद तक नाटो और अमेरिका के हाथ का खिलौना बन गया है जिसे एक भूराजनीतिक साधन के रूप में रूस पर दबाव बनाने के लिए इस्तेेमाल किया जा रहा है। समाचार एजेंसी रिया नोवोस्ती ने दिया ने श्री मेदवेदेव के इस बयान के बारे मे जानकारी दी।