नई दिल्ली। CDS जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई मौत को लेकर चीन ने इसे भारतीय सेना के अनुशासन की कमी बताया है। ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि इस घटना ने भारत के युद्ध की तैयारियों की कमी को उजागर कर दिया है। इसके साथ ही देश के सैन्य आधुनिकीकरण को भी भारी झटका दिया है जो लंबे वक्त तक बना रह सकता है।
ग्लोबल टाइम्स ने एनालिस्ट्स के हवाले से कहा है कि चीन के विरोध में रहने वाले भारत के सबसे बड़े सैन्य अधिकारी के चले जाने के बाद भी बॉर्डर पर दोनों देशों के आक्रामक रुख में बदलाव की कोई संभावना नहीं है। चीन ने कहा है कि रावत की मौत शायद भारतीय सेना की आधुनिकीकरण योजना को अस्त-व्यस्त कर सकती है।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत को एक ढीली और अनुशासनहीन मिलिट्री कल्चर के लिए जाना जाता है और भारतीय सैनिक अधिकतर स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर और नियमों का पालन नहीं करते हैं। कहा गया है कि 2019 में भारत के विमानवाहक पोत में आग और 2013 में एक भारतीय पनडुब्बी में विस्फोट सहित कई पिछली दुर्घटनाओं से यह समझा जा सकता है। इस हेलिकॉप्टर क्रैश से बचा जा सकता था। मौसम में सुधार होने तक उड़ान को रोका जा सकता था। पायलट को और अधिक सतर्कता से उड़ान भरनी थी, हेलिकॉप्टर की बेहतर तरीके से देखभाल करनी थी। अखबार ने कहा है कि चीन-भारत सीमा क्षेत्रों में तैनात भारतीय सैनिकों सहित पूरी भारतीय सेना के लिए एक सामान्य समस्या है।