नई दिल्ली। अब जल्द ही चीन और अमेरिका के बीच युद्ध छिड़ सकता है और इसके पीछे की वजह है छोटा सा देश। ये देश कोई और नहीं बल्कि ताईवान है जिसको चीन अपना हिस्सा मानता है। चीन ने हाल ही में ताइवान के क्षेत्र में 38 लड़ाकू विमान भेजे थे जिसके बाद ताइवान बुरी तरह भड़का हुआ है। अब ताइवान की राष्ट्रपति ने भी साफ शब्दों में कह दिया है कि चीन ने अगर ताइवान पर कब्जा जमाने की कोशिश की तो पूरे एशिया में इसके विनाशकारी परिणाम होंगे। इस मामले में अब अमेरिका ने भी चीन को चेतावनी दे दी है।
व्हाइट हाउस की तरफ से कहा गया है कि हम ताइवान के पास चीन की भड़काने वाली सैन्य गतिविधियों से चिंतित हैं। चीन की ये हरकत क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर कर रही है। चीन से अमेरिका ने कहा है कि ताइवान के खिलाफ सैन्य, राजनयिक और आर्थिक दबाव बनाना बंद करे। चीन एक महाशक्ति होने के बावजूद क्यूबा से भी छोटे द्वीप ताइवान पर सैन्य हमला करने की जुर्रत नहीं कर पाया है। चीन से महज 180 किलोमीटर दूर ताइवान की भाषा और उनके पूर्वज चीनी ही हैं लेकिन वहां की राजनीतिक व्यवस्था काफी अलग है।