संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में संयुक्त राष्ट्र परिसर तथा इसके कर्मियों पर हमले की कड़ी निंदा की है। हेरात स्थित संयुक्त राष्ट्र परिसर पर 30 जुलाई को हुए इस हमले में अफगान सुरक्षा बल का एक गार्ड शहीद हो गया और कई अन्य घायल हो गये थे।
सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने हमले में शहीद हुए गार्ड के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के सदस्यों की सुरक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि निर्दोष नागरिकों, संयुक्त राष्ट्र परिसरों तथा उसके कर्मियों पर जानबूझकर किये गये हमले युद्ध अपराध हैं और इन अपराधों के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
सदस्यों ने तालिबान के हमले के बाद अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर जारी हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुये इसे तत्काल रोकने का आव्हान किया है। उन्होंने अफगानिस्तान में जारी सशस्त्र संघर्ष से प्रभावित समुदायों के मानवाधिकारों के गंभीर हनन पर भी गहरी चिंता व्यक्त की तथा आतंकवाद के सभी प्रारूपों और नागरिकों के खिलाफ जानबूझकर किये जा रहे हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की।
सदस्यों ने अफगानिस्तान और तालिबान, दोनों से अफगानिस्तानियों के नेतृत्व और स्वामित्व वाली एक समग्र शांति प्रक्रिया में सार्थक रूप से शामिल होने का आव्हान किया, ताकि युद्धविराम और राजनीतिक समाधान निकालने की दिशा में शीघ्र प्रगति हो सके।