वाशिंगटन। अमेरिका एक बार फिर कोरोना की चपेट में आ गया है अमेरिका में लगातार हालात खराब हो रहे है यहां हर दिन कोरोना के नए मामले सामने आ रहे है। अमेरिका में एक दिन में कोरोना संक्रमितो का आंकडा लगभग 1 लाख तक चला गया हैं। जिसमे 419 लोंगो की मौत हो गई और 25,284 लोगों ने स्वस्थ्य हो गए। अमेरिका में इसे ही कोरोना की तीसरी लहर माना जा रहा है और राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि इन्हीं हालात का सामना करने के लिए अमेरिका बीते कई दिनों से तैयारी कर रहा था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शुक्रवार को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि कोरोना का डेल्टा वैरिएंट दुनिया के सभी देशों के लिए एक चेतावनी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि हालात बदतर हो जाए, उससे पहले इसके नियंत्रण पर काम करना शुरू कर देना चाहिए। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जानकारी दी है कि पहले ही भारत में पाया गया तेजी से फैलने वाला ये वैरिएंट अब 132 देशों और क्षेत्रों में सामने आया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपात निदेशक माइकल रयान ने कहा कि डेल्टा वैरिएंट एक चेतावनी है। यह एक कॉल टू एक्शन है जिसे हमें और अधिक खतरनाक वैरिएंट के सामने आने से पहले समझना होगा। रयान ने कहा कि हालांकि डेल्टा वैरिएंट ने कई देशों में हालात बेकाबू कर दिए हैं।
लेकिन ट्रांसमिशन को नियंत्रण में लाने के लिए सिद्ध उपाय अभी भी काम कर रहे हैं जैसे सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना, हाथों की सफाई आदि। इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेबियस ने कहा कि कोरोना के अभी तक चार वैरिएंट ऐसे पाए गए हैं जो चिंताजनक है। टेड्रोस ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के 6 क्षेत्रों में से पांच में पिछले चार हफ्तों में एवरेज संक्रमण 80 प्रतिशत बढ़ा है। इजरायल में भी लोगों को वैक्सीन की डबल डोज दी जा चुकी थी, लेकिन तीसरे और चौथे लहर की आशंका को देखते हुए इजरायल को भी बूस्टर डोज यानि कि वैक्सीन की तीसरी डोज का सहारा लेना पड़ रहा है।
इजरायल दुनिया में पहला ऐसा देश बन गया है, जिसनें अपने लोगों को तीसरी डोज लेने की परमिशन दे दी है। खुद राष्ट्रपति इसहाक हर्गोज और उनकी पत्नी मीकल ने वैक्सीन की तीसरी डोज ली है। इजराली प्रधानमंत्री नेफ्टाली बेनेट ने 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन की तीसरी डोज लेने को कहा है। इजरायल में 57 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। 60 साल से अधिक उम्र वाले 87 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। पहले ही दिन 2 हजार लोगों को वैक्सीव की तीसरी डोज लगाई गई। इजरायल का प्रयोग दुनिया के देशों के लिए मिसाल बनेगा और इस प्रयोग का डाटा दुनिया के दूसर देशों के साथ शेयर करेगा।
60 साल से अधिक की उम्र में अगर वैक्सीन कारगर रही तो दुनिया के बाकी देशों को आसानी होगी, लेकिन तीसरी डोज अभी सिर्फ 60 साल से अधिक की उम्र वालों को लग रही है।